सोमवार को संसद के शीतकालीन सत्र की शुरुआत हुई। संसद सत्र के पहले ही दिन पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर हिंसा समेत कई मुद्दों को लेकर भारी हंगामा देखने को मिला। हंगामे के कारण लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही को स्थगित करना पड़ा।
भाजपा नेता विश्वास सारंग ने इस पर कहा कि लोकतंत्र में विपक्ष को चाहिए कि वो सार्थक भूमिका का निर्वहन करे। केवल मीडियाबाजी और अखबारों में छपने के लिए इस तरह से संसद के सत्र को बर्बाद करना नकारात्मकता है।
उन्होंने कहा कि संसद में बोलने के लिए विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है। विपक्ष ना तो सड़क पर और ना ही संसद में लड़ाई लड़ सकते हैं। इसलिए, हुड़दंग करके वो अपनी फेस सेविंग कर रहे हैं और बिना किसी मुद्दे का मुद्दा बनाकर इस देश की कमाई को बर्बाद करने का काम कांग्रेस और विपक्ष के नेता कर रहे हैं।
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं दिग्गज कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के ईवीएम पर सवाल उठाने से जुड़े सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि वह बताएं कि वायनाड की लोकसभा सीट पर प्रियंका गांधी वाड्रा की जीत हुई है, तो वहां पर उन्होंने ईवीएम पर कुछ हरकत की थी? जीत जाओ तो सब अच्छा और अगर हार जाओ तो ईवीएम खराब है, ऐसी नकारात्मक राजनीति करते-करते कांग्रेस का यह हाल हुआ है।
सारंग ने आगे कहा कि अगर वो लोग महाराष्ट्र के चुनाव पर टिप्पणी कर रहे हैं, तो ये जनता का अपमान है। यही कारण है कि जनता कांग्रेस को पटक-पटक कर पीट रही है। कांग्रेस पार्टी को अवलोकन करना चाहिए और किस कारण से जनता उनको नकार रही है, इसपर विचार करना चाहिए।