उन्होंने कहा, “बांग्लादेश में इस तरह से हिंदुओं पर हमला अस्वीकार्य है। हिंदुओं पर इस तरह का हमला नहीं होना चाहिए।”
उन्होंने आगे कहा, “हमारे देश में हर धर्म के लोग बसते हैं और भारत को गर्व है कि यहां पर विभिन्न धर्मों के लोग रहते हैं। लेकिन, मौजूदा समय में जिस तरह से बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमले हो रहे हैं मुझे लगता है कि इसकी जांच होनी चाहिए। इस पर व्यापक चर्चा की आवश्यकता है।”
उन्होंने कहा, “विपक्षी दल हिंदुओं पर हो रहे हमले के विषय को बहुत गंभीरता से लेगा। हम हिंदुओं पर हो रहे इस तरह के हमले को किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं कर सकते हैं। यह एक गंभीर विषय है। हम इस चर्चा करने से बच नहीं सकते हैं।”
बता दें, बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। हिंदुओ के कई धार्मिक स्थलों को भी निशाना बनाया जा चुका है। अब तक बांग्लादेश में हिंदुओं के प्रमुख मंदिर लोकनाथ मंदिर, मनसा माता मंदिर और काली माता मंदिर पर हमला किया जा चुका है।
इस बीच सोमवार को इस्कॉन के संत चिन्मय दास कृष्ण दास ब्रह्मचारी को ढाका एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था। दास को सोमवार शाम 4:30 बजे हजरत शाहजलाल इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर ढाका मेट्रोपॉलिटन पुलिस की डिटेक्टिव ब्रांच (डीबी) द्वारा हिरासत में लिया गया था।
भारत ने चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी और बाद में उन्हें जमानत न दिए जाने पर 'गहरी चिंता' व्यक्त की है।