मुंबई, 8 दिसंबर ( आईएएनएस): । महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव हारने के बाद 'महाविकास अघाड़ी' (एमवीए) में अस्थिरता नजर आ रही है। समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अबू आजमी के गठबंधन से अलग होने की बात के बाद राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है। शिवसेना नेता मनीषा कायंदे ने रविवार को इसे उनकी नई चाल बताई है।
शिवसेना नेता मनीषा कायंदे ने से कहा, "मुझे आश्चर्य है कि अबू आजमी को यह बातें इतनी देर से समझ में आई। महाराष्ट्र में 'एमवीए' की बुरी हार के बाद वह इस प्रकार की बातें करने लगते हैं। अगर 'एमवीए' की जीत होती तो क्या वह ऐसी बातें करते? ऐसे में कहीं ना कहीं दाल में कुछ काला है और उनकी ये कोई नई चाल है। वह यूबीटी के नाम से रो रहे हैं, जिसका कोई दूसरा मतलब भी निकल सकता है।"
उल्लेखनीय है कि अबू आजमी ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर पोस्ट किया था, "समाजवादी पार्टी को महाराष्ट्र में अकेले चलना गवारा है, लेकिन महाविकास अघाड़ी में रहते हुए शिवसेना यूबीटी की सांप्रदायिक विचारधारा का हिस्सा बनना हरगिज गवारा नहीं!"
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एसपी) के अध्यक्ष शरद पवार के ईवीएम को लेकर उठाए जा रहे सवाल पर कायंदे ने कहा, "ईवीएम पर सवाल उठाकर वह अपना और लोगों का समय नष्ट कर रहे हैं। महाराष्ट्र के लोगों ने उन्हें काम करने के लिए चुना है, ना कि ऐसी बातें करने के लिए। देश की हर स्वायत्त संस्था पर सवाल उठाकर वह देश के वातावरण को खराब करना चाहते हैं। यह लोगों को भ्रमित करने का प्रयास है। लोकसभा चुनाव में जैसे फेक नैरेटिव फैलाया गया, उसमें लोग बहक गए थे, लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ।"
शिवसेना (यूबीटी) के विधायकों के शपथ नहीं लेने पर कायंदे ने कहा, "यह लोकतंत्र और लोकशाही का अपमान है। जिन मतदाताओं ने उनको वोट दिया, यह उनका भी अपमान है। शपथ नहीं लेना बस उनकी स्टंटबाजी थी। लेकिन रविवार को उन्हें शपथ लेनी पड़ेगी।"
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस पार्टी की प्रमुख ममता बनर्जी के 'इंडिया' ब्लॉक का नेतृत्व करने को लेकर शिवसेना नेता ने कहा, "उन लोगों की सारी बातें हर दिन बदलती जाएगी। आज ये लोग ऐसा कह रहे हैं और कल कुछ और कह सकते हैं। ऐसे में उनकी बदलती भूमिकाओं पर कुछ नहीं बोला जा सकता। अपने स्वार्थ के लिए उन्होंने गठबंधन किया है, जनता को लेकर उनके पास कोई एजेंडा नहीं है।"
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