इस क्रार्यक्रम के सफल आयोजन को लेकर खेल मंत्री टंकराम वर्मा ने कहा कि बस्तर ओलंपिक हमारे प्रदेश के लिए बहुत बड़ा अनुकरणीय कदम है। यह कदम सीएम विष्णुदेव साय ने उठाया है। एक तरफ लोग कहते थे कि बस्तर में नक्सलवाद है, भय और आतंक है। उसे समाप्त करके खेल क्षेत्र में प्रतिभाओं को आगे बढ़ाने का काम किया गया है। उन्हें अवसर देने के लिए बस्तर ओलंपिक का आयोजन किया गया है। इसमें 1,65,000 प्रतिभागियों ने रजिस्ट्रेशन किए हैं। वहीं, ब्लॉक, जिला और संभाग स्तर से प्रतिभागी हिस्सा ले रहे हैं।
उन्होंने कहा कि बस्तर ओलंपिक के समापन कार्यक्रम में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के आने का क्रार्यक्रम है। बस्तर ओलंपिक लोगों के बीच में सद्भावना, प्रेम, सदाचार और राष्ट्रवाद का संदेश देगा। विष्णुदेव साय का एक साल का कार्यकाल बेमिसाल है। हमने जो भी जनता से वादे किए थे, उसे पूरा करने काम किया गया है। आज देश और प्रदेश की जनता को केंद्र और प्रदेश सरकार की योजनाओं का लाभ मिल रहा है। छत्तीसगढ़ शांति, समृद्धि और विकास की राह पर अग्रसर है।
उन्होंने आगे कहा कि यह बताते हुए हमें खुशी हो रही है कि हमारे मुख्यमंत्री साय के नेतृत्व में एक साल के अंदर करीब-करीब 220 से 225 नक्सली मारे गए हैं और हजारों नक्सली आत्मसमर्पण कर मुख्य धारा से जुड़े हैं। इसके लिए सीएम विष्णुदेव साय धन्यवाद के पात्र हैं। आज बस्तर में भय और नक्सलवाद नहीं है। आज यहां शांति है। वहां पर लोग विकास की राह पर आगे बढ़ रहे हैं।