योजना के तहत कई महिलाएं अब एलआईसी कार्यालयों में पंजीकरण करा रही हैं, जिससे उन्हें आत्मविश्वास मिल रहा है।
पानीपत में ‘बीमा सखी योजना’ के तहत पंजीकरण कराने आई एक महिला ने कहा, "मैं बीमा सखी योजना के तहत एलआईसी में एजेंट बनने के लिए आई हूं। प्रधानमंत्री द्वारा शुरू की गई यह योजना महिलाओं के लिए एक बेहतरीन पहल है। यह उन महिलाओं के लिए एक शानदार अवसर प्रदान करती है। इस योजना के लिए आवश्यक न्यूनतम योग्यता 10वीं कक्षा है।"
ज्योति ने बताया कि मैं हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम में गई थी। वहां उन्होंने बीमा सखी योजना के बारे में बताया था। मुझे लगता है कि इस योजना का लाभ हम लोगों को मिलेगा। मैं कई महिलाओं को इस योजना के बारे में बता रही हूं। जो गृहिणी हैं उन्हें यह योजना लेनी चाहिए। इस योजना से महिलाएं आत्मनिर्भर होंगी।
रजनी ने बताया कि मैं यहां पर बीमा सखी योजना के लिए आई हूं। मैं कहना चाहती हूं कि आगे इस योजना का लाभ महिलाओं को मिलेगा।
बीमा सखी योजना के बारे में महिलाओं का पंजीकरण करवा रहे कृष्णा ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यह एक अच्छी पहल है। इस योजना के माध्यम से हम महिलाओं को रोजगार देंगे। कमीशन के अलावा उन्हें पहले साल 7 हजार रुपये, दूसरे साथ 6 हजार और तीसरे साल 5 हजार रुपये महीना देंगे। महिलाएं इस योजना के तहत अच्छी एजेंसी चलाती हैं तो ग्रेजुएटी के भी हकदार होंगे। उन्हें कार, बाइक के लिए लोन भी मिलेगा। घर के लिए सब्सिडी भी देंगे। इस योजना से जुड़ने के लिए रोजाना 30 से 40 महिलाएं आती हैं। 150 से अधिक पंजीकरण कराए गए हैं।“
संदीप ने कहा, “इस योजना के तहत सरकार महिलाओं को रोजगार देना चाहती है। इससे वह आत्मनिर्भर बनेगी।“
एक महिला ने कहा, “2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आने से विकास हो रहा है। एलआईसी में बीमा सखी योजना के लिए अप्लाई करने आई थी। इस योजना से हर महीने सात हजार रुपये मिलेंगे। इसके अलावा कमीशन भी मिलेगा। हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद करना चाहते हैं जो यह योजना लेकर आए हैं।"