शातिर किस तरह से फर्जी 'फोन पे' ऐप के जरिए पेमेंट करता था, इसका लाइव डेमो भी पुलिस के सामने दिखाया गया। पेमेंट से जुड़ा सारा प्रोसेस बिल्कुल असली की तरह लगता है। पेमेंट भी पिन डालने के बाद होता है। लेकिन, पेमेंट से जुड़ा सारा प्रोसेस फर्जी होता है। कहने का मतलब है कि यह एक तरह से 'फेक पेमेंट' है।
डीसीपी शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि आरोपी आर्यन एनसीआर में दुकानदारों के पास जाकर उनसे सामान खरीदता था। इसके बाद अपने मोबाइल में इंस्टॉल फर्जी 'फोनपे' ऐप के जरिए पेमेंट करके चला जाता था। जब दुकानदार 'पेमेंट हिस्ट्री' चेक करता था तो उसे ठगी का पता चलता था।
उन्होंने बताया कि शातिर अधिकतर भीड़भाड़ वाले इलाके और रेहड़ी-पटरी वालों को निशाना बनाता था। आरोपी आर्यन ने फर्जी 'फोन पे' के माध्यम से धोखाधड़ी करते हुए 2 लाख की फर्जी पेमेंट करके सामान खरीदा है। इसमें शराब, गुटखा से लेकर सिगरेट तक शामिल है। आरोपी की गिरफ्तारी सेक्टर-93 स्थित गेझा गांव में अंग्रेजी शराब की दुकान के पास से की गई। उसके पास से शराब की बोतल और एक मोबाइल बरामद किया गया।
पुलिस का कहना है कि आरोपी के बारे में अन्य जानकारियों को भी जुटाया जा रहा है। पुलिस पता लगा रही है कि वह अब तक किस-किस लोगों को कितने रुपए का चूना लगा चुका है।