कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने "वन नेशन, वन इलेक्शन" बिल का विरोध करते हुए कहा कि यह संविधान और लोगों के मतदान के अधिकार पर हमला है। तृणमूल कांग्रेस के सांसद कल्याण बनर्जी ने बिल का विरोध करते हुए कहा कि यह बिल संविधान की मूल भावना के विरुद्ध है। शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट के सांसद अनिल यशवंत देसाई ने भी बिल का विरोध किया। वहीं, इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग के केरल से सांसद मोहम्मद बशीर भी इस बिल की खिलाफत कर रहे हैं।
इस पर शिवसेना नेता भरतशेठ गोगवले ने से बात करते हुए कहा, "वन नेशन, वन इलेक्शन' बिल संसद में बहुत पहले ही पेश हो जाना था। लेकिन अब पेश हो रहा है, तो बहुत अच्छा है। इससे समय की बचत, पैसे की बचत होगी। यह बहुत अच्छी बात है।"
महाराष्ट्र मंत्रीपरिषद के शपथ ग्रहण के बाद कुछ विधायकों की नाराजगी पर उन्होंने कहा, "हमारे लिए सारे विधायक बराबर हैं। कुछ ऊपर-नीचे हो जाता है। अभी हमारे पास मंत्रिमंडल के लिए 12 जगह है। हम 60 लोग हैं, तो मंत्रिमंडल सबको जगह कैसे मिल सकता है। हमने कई लोगों को मौके दिए हैं। पहले जो मंत्री थे, उन्हें बिठाकर हमने कई नए लोगों को भी मौका दिया है। सारे लोग चुनकर आए हैं। इसके अलावा हमारे पास ऐसे भी लोग हैं जो 4 या 5 बार जीत चुके हैं। तो हमारे नेतृत्व की तरफ से विचार और चर्चा कर जिन लोगों को मंत्रिमंडल में स्थान दिया गया है, एकदम ठीक दिया गया है। इस पर कोई विवाद नहीं है।