स्नेहा दुबे ने वन नेशन, वन इलेक्शन के मुद्दे पर केंद्र सरकार के रुख का समर्थन करते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी की सरकार जिस बिल को ला रही है, वह देश और देश के हर नागरिक के हित में है। महाराष्ट्र की जनता और मैं इसका समर्थन करती हूं। इस विधेयक से चुनाव प्रक्रिया को व्यवस्थित किया जा सकेगा और संसाधनों का बेहतर उपयोग होगा।
ईवीएम को लेकर मचे हंगामे पर भी स्नेहा दुबे पंडित ने कहा कि जब विपक्ष चुनाव जीतता है, तो ईवीएम का मुद्दा नहीं उठाते, लेकिन जब चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ता है, तब वह ईवीएम पर सवाल उठाते हैं। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है यह उनकी हारी हुई मानसिकता को दर्शाता है। अगर ईवीएम में कोई गड़बड़ी होती, तो विपक्ष जिस राज्य में चुनाव जीता है, वहां भी नहीं जीत पाता। इसलिए, मुझे लगता है कि यह सिर्फ विरोध करने की एक रणनीति है।
समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अबू आसिम आजमी द्वारा मुंबई महानगर पालिका का चुनाव महाविकास अघाड़ी गठबंधन में नहीं, बल्कि अकेले लड़ने के ऐलान पर स्नेहा दुबे ने कहा कि इंडिया गठबंधन में कभी एकता थी ही नहीं। वह हमेशा आपस में झगड़ते रहते हैं। अब जो अबू आज़मी को सही लगेगा, वह वही करेंगे। विपक्ष में कोई स्पष्ट दिशा या एकजुटता नहीं है और इससे यह सिद्ध होता है कि इंडिया गठबंधन की राजनीति में स्थिरता नहीं है।
बता दें कि अबू आसिम आजमी ने मुंबई महानगर पालिका का चुनाव बिना किसी गठबंधन के लड़ने का ऐलान किया है। इस संदर्भ में उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "समाजवादी पार्टी कभी भी नफरत फैलाने वालों के साथ नहीं रह सकती, मुंबई महानगरपालिका चुनाव सपा अकेले लड़ेगी।"