अंबेडकर हमारे लिए पूजनीय, अमित शाह की टिप्पणी को तोड़-मरोड़कर पेश कर रही कांग्रेस : किरेन रिजिजू

18 Dec, 2024 3:47 PM
अंबेडकर हमारे लिए पूजनीय, अमित शाह की टिप्पणी को तोड़-मरोड़कर पेश कर रही कांग्रेस : किरेन रिजिजू
नई दिल्ली, 18 दिसंबर (आईएएनएस): । केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने गृह मंत्री अमित शाह की ओर से भीमराव अंबेडकर पर की गई टिप्पणी पर दोनों सदनों में हंगामे के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया।

रिजिजू ने कहा, "बीआर अंबेडकर हमारे लिए पूजनीय हैं। कांग्रेस पार्टी और उसके कुछ सहयोगियों ने गृह मंत्री अमित शाह द्वारा कल राज्यसभा में दिए गए भाषण की एक छोटी क्लिप निकाली है और उसे तोड़-मरोड़ कर वायरल कर दिया है। गृह मंत्री ने कल बहुत स्पष्ट रूप से बोला था कि बाबा साहेब अंबेडकर के जीवित रहते कांग्रेस पार्टी ने किस प्रकार उनका तिरस्कार और अपमान किया था। मैं कांग्रेस पार्टी की नौटंकी की निंदा करता हूं।"

रिजिजू ने आगे कहा, "हमने हमेशा बाबासाहेब बीआर अंबेडकर का सम्मान किया है, वहीं कांग्रेस ने उनके खिलाफ केवल साजिश रची। कांग्रेस ऐसा कोई भी काम बता दे जो उन्होंने बाबासाहेब अंबेडकर के लिए किया हो। हम बाबासाहेब की स्मृति में अनेक स्मारक बना रहे हैं। कांग्रेस पार्टी ने बाबासाहेब के जीवित रहते उनका अपमान किया और अब उस पाप को धोने के लिए वे बार-बार उनका नाम लेकर वोट हासिल करना चाहते हैं। कांग्रेस को राजनीतिक ड्रामा करना बंद करना चाहिए।"

केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने आगे कहा, ''कल रात से कांग्रेस पार्टी अमित शाह के भाषण का एक छोटा सा हिस्सा निकालकर लोगों को गुमराह करने की कोशिश कर रही है। अपने पूरे भाषण के दौरान अमित शाह ने बाबासाहेब अंबेडकर की तारीफ की। उन्होंने सदन को यह भी बताया है कि कैसे पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमारी सरकार न केवल बाबासाहेब अंबेडकर की विरासत को समर्पित है, बल्कि उनके आदर्शों को बढ़ावा देने के लिए भी समर्पित है। मैं कांग्रेस पार्टी से कहना चाहूंगा कि वह बीआर अंबेडकर के नाम का दुरुपयोग करना बंद करें।"

उन्होंने आगे कहा, "बीआर अंबेडकर हमारे लिए पूजनीय हैं। हमारी सरकार अंबेडकर के नाम पर पांच तीर्थ स्थल विकसित कर रही है। कांग्रेस को पहले यह जवाब देना चाहिए कि बीआर अंबेडकर ने 1951 में जवाहरलाल नेहरू के मंत्रिमंडल से इस्तीफा क्यों दिया था? क्यों उन्हें अपमानित करने का काम किया गया। वह 1952 में फिर से लोकसभा में आना चाहते थे लेकिन कांग्रेस पार्टी ने साजिश रची और उन्हें मुंबई में हरा दिया। फिर उन्होंने 1956 में राजनीति छोड़ दी।"

कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे की ओर से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के इस्तीफे की मांग पर किरण रिजिजू ने कहा कि मैं इसकी निंदा करता हूं। कांग्रेस पार्टी कब तक बीआर अंबेडकर के नाम का दुरुपयोग करती रहेगी? कांग्रेस वर्षों से बीआर अंबेडकर का अपमान करती आ रही है। हम वे लोग हैं जो बीआर अंबेडकर के रास्ते पर चलते हैं। कांग्रेस पार्टी और जवाहरलाल नेहरू उनसे नफरत करते थे क्योंकि बीआर अंबेडकर सबसे अधिक शिक्षित और विद्वान व्यक्ति थे। मेरी कांग्रेस पार्टी से अपील है कि वो अंबेडकर के नाम पर राजनीति न करे क्योंकि वह राजनीति से परे हैं।

उल्लेखनीय है कि मंगलवार को राज्यसभा में संविधान के 75 साल पूरे होने पर चर्चा के दौरान गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था, "आजकल अंबेडकर का नाम लेना एक फैशन बन गया है। इतना नाम अगर भगवान का लेते तो सात जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता। सौ बार और नाम लीजिए, लेकिन मैं जानना चाहता हूं कि आपके मन में उनके लिए क्या भावना है?"

अमित शाह के इस बयान को लेकर बुधवार को सदन में हंगामा देखने को मिला। कांग्रेस पार्टी सहित तमाम विपक्ष के नेताओं ने अमित शाह पर बीआर अंबेडकर के अपमान का आरोप लगाते हुए माफी की मांग की है।

Words: 17


अस्वीकरण   इस वेबसाइट पर दी गई जानकारी केवल सामान्य सूचना के उद्देश्य से प्रदान की गई है। यह जानकारी जियो24न्यूज डॉट कॉम द्वारा उपलब्ध कराई जाती है। हम इसे सही और अद्यतन बनाए रखने के लिए हर संभव प्रयास करते हैं, लेकिन जानकारी की पूर्णता, सटीकता, विश्वसनीयता, उपयुक्तता या उपलब्धता के बारे में किसी भी प्रकार की स्पष्ट या अप्रत्यक्ष गारंटी या वचन नहीं देते। वेबसाइट पर दी गई जानकारी, उत्पाद, सेवाएँ या संबंधित ग्राफिक्स पर किसी भी प्रकार की निर्भरता पूरी तरह से आपके अपने जोखिम पर होगी।

किसी भी परिस्थिति में, हम किसी भी प्रकार की हानि या क्षति के लिए उत्तरदायी नहीं होंगे, चाहे वह अप्रत्यक्ष हो, परिणामी हो, या इस वेबसाइट के उपयोग या इससे संबंधित डेटा या लाभ की हानि के कारण उत्पन्न हुई हो।

हम साइटों की प्रकृति, सामग्री और उपलब्धता पर कोई नियंत्रण नहीं रखते हैं। किसी भी लिंक का शामिल किया जाना इन साइटों की सिफारिश करने या उनके विचारों का समर्थन करने का संकेत नहीं देता।

यदि आप इस अस्वीकरण को स्वीकार नहीं करना चाहते हैं, तो हम सुझाव देते हैं कि आप समाचार पोस्ट को उसकी मूल भाषा में पढ़ें।



मुख्य समाचार


 

 

Scroll to Top