माता वैष्णो देवी संघर्ष समिति के पदाधिकारियों कहा कि होटल, गेस्ट हाउस, टैक्सी, ऑटो चालकों सहित सभी दुकानदार सुबह 11 बजे शालीमार पार्क में एकत्रित होंगे और आगे की रणनीति तय करेंगे। इस विरोध प्रदर्शन को कांग्रेस और पीडीपी ने भी समर्थन देने का ऐलान किया है।
श्रीमाता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने ताराकोट मार्ग से सांझी छत के बीच 12 किलोमीटर के मार्ग पर 250 करोड़ रुपये की लागत से यात्री रोपवे परियोजना को आगे बढ़ाने का फैसला किया था। यात्रा मार्ग के दुकानदार, पिट्ठू और पालकीवालों के साथ स्थानीय लोग इस परियोजना का विरोध कर रहे हैं। उन्हें अपनी आजीविका के नुकसान का डर है।
परियोजना का विरोध कर रहे लोगों का दावा है कि रोपवे कटरा के बाजार को बायपास कर देगा, जिससे तीर्थयात्रियों के आवागमन पर निर्भर हजारों दुकानदारों पर असर पड़ सकता है। उनका मानना है कि रोपवे शुरू होने से उनकी रोजी-रोटी को खतरा हो सकता है।
इससे पहले 15 दिसंबर को सैकड़ों प्रदर्शनकारियों ने कटरा के मुख्य बाजार में मार्च निकाला था और रोपवे परियोजना की स्थापना के लिए मंदिर बोर्ड के खिलाफ नारे लगाए थे। प्रदर्शनकारी रोपवे परियोजना को लेकर पिछले महीने पुलिस के साथ झड़प के बाद गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों की रिहाई की मांग कर रहे थे।
पिछले महीने तब विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया था जब दुकानदारों, मजदूरों और पिट्ठू तथा पालकी संचालकों ने रोपवे परियोजना को आगे बढ़ाने के मंदिर बोर्ड के फैसले के खिलाफ चार दिवसीय प्रदर्शन किया था।
वैष्णो देवी ट्रेक मजदूर यूनियन के अध्यक्ष भूपिंदर सिंह जामवाल ने कभी 18 दिसंबर के बंद की घोषणा की थी। उन्होंने कहा था कि समिति के पांच सदस्य भूख हड़ताल पर बैठेंगे।