अररिया में उन्होंने कहा, "मुख्यमंत्री की यह 'प्रगति यात्रा' नहीं, बल्कि, 'अलविदा यात्रा' है। पिछले चुनाव में मुख्यमंत्री हाथ जोड़कर कह रहे थे, पूर्णिया में मेरा आखिरी चुनाव है, अब यह लोग जानते हैं कि भाजपा वाले सहने वाले नहीं हैं। अब इनके दिन पूरे हो गए हैं, उनकी यह 'अलविदा यात्रा' है और वह 'अलविदा यात्रा' पर निकल रहे हैं।"
तेजस्वी यादव ने पत्रकारों से चर्चा के दौरान कहा कि वह अपनी यात्रा के क्रम में कार्यकर्ताओं से बात कर रहे हैं और उनकी समस्याएं भी सुन रहे हैं। इस क्रम में उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के डॉ. भीमराव आंबेडकर पर दिए गए बयान का जिक्र करते हुए उसकी निंदा भी की।
उन्होंने कहा कि भाजपा आरएसएस के एजेंडे पर चल रही है। इनका कोई विजन नहीं है। ये लोग पहले गांधी जी, कर्पूरी जी और अब नेहरू एवं आंबेडकर जी को गाली दे रहे हैं। भाजपा के पास कोई महापुरुष नहीं है। आजादी की लड़ाई में भी इनका कोई योगदान नहीं था। भाजपा का एक ही काम है, नफरत फैलाना और भाई को भाई से लड़ाना।
तेजस्वी यादव ने यह भी कहा कि थके मुख्यमंत्री और रिटायर्ड पदाधिकारी से बिहार का विकास नहीं हो सकता। उन्होंने महागठबंधन की सरकार बनने के बाद महिलाओं को 2,500 रुपए प्रतिमाह देने का वादा करते हुए कहा कि इससे महिलाओं को समृद्ध बनाया जाएगा। उन्होंने स्मार्ट मीटर को लेकर भी सरकार पर सियासी हमला बोला।