कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, "ये लोग संविधान को नहीं मानते। ये मनुस्मृति की बात करते हैं। पीएम मोदी ने अमित शाह के बचाव में छह पोस्ट किए। उन्हें इसकी क्या जरूरत थी? अगर कोई बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के बारे में गलत कहता है, तो उसे कैबिनेट से निकाल देना चाहिए, लेकिन ये दोस्त हैं और एक दूसरे के पापों का समर्थन कर रहे हैं।"
खड़गे ने आगे कहा, "केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को राज्यसभा में चर्चा के दौरान एक बात कही, जो निंदनीय है। ये हमारे देश का दुर्भाग्य है कि एक दलित नायक को, जिसे सब पूजते हैं। उनका अपमान किया गया।"
उन्होंने अमित शाह से माफी मांगने की मांग की। उन्होंने कहा, "हमारी मांग है कि अमित शाह माफी मांगें और अगर पीएम मोदी को बाबा साहब अंबेडकर पर भरोसा है तो उन्हें शाह को बर्खास्त कर देना चाहिए। उन्हें कैबिनेट में रहने का कोई अधिकार नहीं है, उन्हें बर्खास्त किया जाना चाहिए, तभी लोग चुप रहेंगे, नहीं तो विरोध करेंगे। देश के लोग बीआर अंबेडकर के लिए अपनी जान कुर्बान करने के लिए तैयार हैं।"
मल्लिकार्जुन खड़गे ने पीएम मोदी से सवाल करते हुए कहा, "वह संविधान को पवित्र मानकर चर्चा करते हैं। हालांकि, उन्होंने कभी इसको सम्मान नहीं दिया है। इस संविधान को रामलीला ग्राउंड में जलाया गया। उन्होंने तिरंगे को भी नकारा। उन्होंने नेहरू से लेकर गांधी तक की तस्वीरों को जलाया और तिरंगे का भी अपमान किया।"
उन्होंने कहा कि अमित शाह ने कहा कि आप लोग जितनी बार अंबेडकर का नाम लेते हैं, इतनी बार अगर भगवान का नाम लेते, तो आपको सात जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता। भाजपा-आरएसएस के लोग संविधान को नहीं मानते हैं। ये लोग मनुस्मृति को मानने वाले लोग हैं, क्योंकि उसी में स्वर्ग-नरक और जातियों के बारे में कहा और लिखा गया है।