समारोह में प्रदर्शनी, सांस्कृतिक कार्यक्रम, काव्य पाठ समेत अनेक आयोजन भी होंगे। इन आयोजनों के विजेताओं को 25 दिसंबर को सम्मानित भी किया जाएगा। शताब्दी समारोह में उप्र. राजकीय अभिलेखागार व राज्य ललित कला अकादमी की तरफ से प्रदर्शनी लगाई जाएंगी। ललित कला अकादमी की निदेशक डॉ. श्रद्धा शुक्ला ने बताया कि प्रदर्शनी में अटल बिहारी के जीवन के विभिन्न पहलुओं (आदर्श कवि, आलोचक, कुशल प्रशासक, आदर्श राजनेता, दृढ़ प्रधानमंत्री) को दर्शाया जाएगा। इसका उद्देश्य वर्तमान व भावी पीढ़ी को अटल बिहारी वाजपेयी के व्यक्तित्व से प्रेरित करना है।
इसमें प्रदेश के कई जनपदों के कलाकारों द्वारा लगभग 30-35 से अधिक पेंटिंग लगाई जाएगी। 'एक भारत-श्रेष्ठ भारत' के तहत उत्तर प्रदेश का कई राज्यों के साथ एमओयू होगा। मेजबान उत्तर प्रदेश के साथ मणिपुर, बिहार व छत्तीसगढ़ का एमओयू होगा। इन राज्यों के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान होगा। वहीं संगीत नाटक अकादमी में उत्तर प्रदेश के सूचना विभाग की तरफ से भी सुशासन पर प्रदर्शनी लगेगी। पूरे सप्ताह तक अनेक सांस्कृतिक गतिविधियां भी चलेंगी। कवि सम्मेलन, सांस्कृतिक कार्यक्रम व काव्य पाठ प्रतियोगिताएं भी चलेंगी।
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिवस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लोक भवन स्थित उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि करेंगे। लोकभवन में भी सुशासन दिवस पर भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी पर आधारित प्रदर्शनी भी लगेगी। एक सप्ताह तक चलने वाले कार्यक्रमों के विजेताओं को अटल बिहारी वाजपेयी के 100वें जन्मदिन पर लोक भवन में सम्मानित भी किया जाएगा। एक सप्ताह तक चलने वाले इन आयोजनों की तैयारी पूर्ण कर ली गई है। यह कार्यक्रम योगी सरकार धूमधाम से मनाएगी।