विस्फोट की आवाज 10 किलोमीटर दूर तक सुनी गई। सूत्रों की मानें तो आग इतनी भीषण थी कि 300 मीटर के दायरे में कई वाहन इसकी चपेट में आ गए और पूरी तरह जलकर राख हो गए। इस दौरान कई ईंधन टैंक के फटने से बार-बार विस्फोट हुए। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि आग की लपटें दूर से दिखाई दे रही थीं।
हादसे में कई चालक कथित तौर पर झुलस गए, कुछ की हालत गंभीर है। 10 लोगों को गंभीर हालत में जयपुर के सवाई मान सिंह अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
वरिष्ठ पुलिस और अग्निशमन विभाग के अधिकारी तुरंत मौके पर पहुंचे। आग पर काबू पाने के लिए कई दमकल गाड़ियों को तैनात किया गया।
अधिकारियों ने आग को फैलने से रोकने के लिए राजमार्ग के नीचे चल रही एलपीजी पाइपलाइन को भी बंद कर दिया। इलाके की घेराबंदी कर दी गई है और राजमार्ग पर यातायात रोक दिया गया है। राजमार्ग बंद कर दिया गया है। 30 से अधिक एम्बुलेंस और फायर ब्रिगेड की गाड़ियों को तुरंत घटनास्थल पर भेजा गया।
प्रदेश के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने आस्पताल पहुंचकर घायलों से मुलाकात की। सीएम ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "जयपुर-अजमेर राष्ट्रीय राजमार्ग पर गैस टैंकर में आग लगने की घटना में नागरिकों के हताहत होने का दुःखद समाचार सुनकर मन अत्यंत व्यथित है। घटना की सूचना मिलते ही एसएमएस अस्पताल जाकर चिकित्सकों को तत्काल आवश्यक चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने एवं घायलों की समुचित देखभाल हेतु निर्देशित किया।"
उन्होंने आगे लिखा, "प्रशासन द्वारा बचाव कार्य निरंतर जारी है। स्थानीय प्रशासन और आपातकालीन सेवाएं पूरी तत्परता से कार्यरत हैं। प्रभु से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को अपने परम धाम में स्थान, शोक संतप्त परिवारजनों को यह अपार दुःख सहन करने की शक्ति व घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें।"