शिमला, 12 जनवरी ( आईएएनएस): । शिमला शहर के कनलोग में 200 साल से ज्यादा पुरानी सिमट्री का कायाकल्प किया जाएगा। कनलोग वार्ड के तहत आने वाली यह ऐतिहासिक सिमट्री 30 बीघे में फैली हुई है।
ब्रिटिश शासनकाल के दौरान यहां अंग्रेजों के शवों को दफनाया जाता था। यहां अंग्रेजों की पुरानी कब्रें भी हैं। सालों बाद अब इस कब्रगाह का इस्तेमाल नहीं हो रहा है। कब्रगाह के स्वरूप में अब इसका अस्तित्व नहीं है। शिमला शहर के बीचों बीच की यह खूबसूरत जगह आने वाले वक्त में आकर्षण का केंद्र बनने वाली है।
नगर निगम शिमला की ओर से यहां साफ-सफाई का काम शुरू किया जा चुका है। आने वाले वक्त में इसे वेस्ट टू वंडर पार्क बनाने की योजना है। हालांकि अभी इस संबंध में नगर निगम शिमला आम लोगों से भी सुझाव लेगा और इसके बाद यह एक नए रूप में नजर आएगा।
नगर निगम शिमला के मेयर सुरेंद्र चौहान ने बताया कि आने वाले वक्त में यह ऐतिहासिक स्थान एक नए रूप में नजर आएगा। बीते कुछ वक्त से इस संपत्ति का मामला कोर्ट में चल रहा था। अब फैसला नगर निगम शिमला के पक्ष में आया है। यहां सफाई का काम तेजी से किया जा रहा है। वे खुद भी रविवार को स्थानीय लोगों के साथ यहां सफाई करने के लिए पहुंचे।
उन्होंने आगे कहा कि सफाई के लिए नगर निगम शिमला आने वाले वक्त में टेंडर करेगा और इस 30 बीघा में फैली संपत्ति का रखरखाव होगा। आने वाले वक्त में यहां वेस्ट टू वंडर पार्क बनाने और इसे पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने की योजना है। यहां मेडिटेशन सेंटर के साथ साइकिल ट्रैक भी बनाया जा सकता है।
नगर निगम शिमला के मेयर सुरेंद्र चौहान ने शहर के लोगों से अनुरोध किया है कि वे इस जगह के विकास के लिए अपना सुझाव दें। सुरेंद्र चौहान ने कहा कि जब वह स्कूल में पढ़ाई करते थे, तब छुट्टियों के दौरान यहां पढ़ने के लिए आया करते थे। यह बेहद खूबसूरत और शांत जगह है। साफ-सफाई के बाद यहां सौंदर्यीकरण किया जाएगा और यह नगर निगम शिमला के लिए एसेट साबित होगा।
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