उन्होंने बताया कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला इस सम्मेलन के उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता करेंगे। जबकि, राज्यसभा के उपाध्यक्ष हरिवंश इस कार्यक्रम में विशेष रूप से उपस्थित होंगे। इस कार्यक्रम में कुल 264 अतिथि शामिल होंगे, जिसमें 54 पीठासीन अधिकारी, 60 लोकसभा सदस्य और सात राज्यसभा सदस्य शामिल होंगे। गोवा और दिल्ली के प्रतिनिधि इस बार अनुपस्थित रहेंगे।
उन्होंने कार्यक्रम की रूपरेखा बताते हुए कहा कि 20 जनवरी को उद्घाटन सत्र दोपहर 12 बजे विधानसभा के सेंट्रल हॉल में होगा और दोपहर 2 बजे से पहला सत्र शुरू होगा, जिसमें जानकारी का आदान-प्रदान किया जाएगा। सम्मेलन के दूसरे दिन यानी 21 जनवरी को सत्र की शुरुआत सुबह 10 बजे होगी और समापन सत्र के बाद सभी अतिथि पटना के प्रमुख पर्यटन स्थलों का भ्रमण करेंगे।
इस सम्मेलन में संविधान की 75 वर्षों की यात्रा का सम्मान किया जाएगा और इसके मूल्यों को मजबूत करने में संसद और विधानसभाओं की भूमिका पर चर्चा की जाएगी। इस सम्मेलन का विषय लोकसभा द्वारा तय किया गया है, जिसका नाम 'संविधान की 75वीं वर्षगांठ : संवैधानिक मूल्यों को मजबूत करने में संसद और राज्य विधानसभाओं का योगदान' रखा गया है।
बताया गया कि 43 साल पहले बिहार को इस कार्यक्रम को आयोजित करने का मौका मिला था।