दरअसल, रविवार को ‘‘आप’’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने शकूरबस्ती के रेलवे झुग्गी कैंप का दौरा किया था। इस दौरान उनके साथ शकूरबस्ती से ‘‘आप’’ के प्रत्याशी सत्येंद्र जैन समेत अन्य नेता भी थे। यहां अरविंद केजरीवाल ने झुग्गियों में रह रहे लोगों से मुलाकात की थी। उन्होंने कहा कि मेरा झुग्गी वालों से कोई चुनाव का रिश्ता नहीं है, मैं उनके पास चुनाव में वोट मांगने नहीं आता हूं। मैं उनके पास तब आता हूं, जब उनके ऊपर कोई मुसीबत होती है। दिसंबर 2015 में कोई चुनाव नहीं था। मैं रात को जब 2 बजे आया था, तब झुग्गी तोड़ने के लिए कई बुलडोजर खड़े थे। मैंने लोगों की झुग्गियां टूटने से बचाई थीं। ऐसे ही जब भी झुग्गी वालों पर कोई मुसीबत आएगी तो मैं छोटा भाई बनकर उनके बीच में खड़ा रहूंगा।
अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि ये लोग दिल्ली की हर झुग्गी तोड़ने की प्लानिंग करके बैठे हैं। 5 साल छोड़िए, ये 1 साल के अंदर सारी झुग्गियां तोड़ देंगे। अगर दिल्ली के झुग्गी वालों ने भाजपा को वोट दे दिया तो यह अपनी आत्महत्या के ऊपर साइन करने जैसा होगा। इन्होंने तुगलकाबाद, महरौली, नई दिल्ली, प्रगति मैदान, नानकपुरा, यमुना पुस्ता, संगम विहार और नजफगढ़ की झुग्गियां तोड़ दी हैं।
अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि रेलवे झुग्गी कैंप के लिए कह रहे हैं कि जहां झुग्गी वहां मकान देंगे। इन झुग्गियों में रह रहे लोगों को पता नहीं है कि साढ़े तीन माह पहले 30 सितंबर 2024 को रेलवे ने इस जमीन के टेंडर कर दिए हैं। मेरे पास सत्येंद्र जैन का फोन आया कि भाजपा के अंदर से किसी ने मुझे कागज दिए हैं, जिसमें इन जमीनों का टेंडर हो चुका है। भाजपा वाले इतने बेशर्म और गद्दार हैं। वह झुग्गी वालों को कैसे धोखा दे रहे हैं? ये झुग्गी के अंदर जाकर सो रहे थे और 27 दिसंबर 2024 को एलजी ने इस झुग्गी बस्ती का लैंड यूज बदल दिया है और वो इन झुग्गियों में आकर उनके बच्चों के साथ कैरम खेल रहे हैं। ये लोग झुग्गी वालों को कह रहे हैं कि जहां झुग्गी वहां मकान, लेकिन जैसे ही 8 फरवरी को चुनाव खत्म होंगे तो इनकी झुग्गियां तोड़ दी जाएंगी। ये लोग दो दिन भी नहीं रुकने वाले हैं।
अरविंद केजरीवाल के इन आरोपों पर दिल्ली के एलजी ने भी बयान जारी कर यह कहा था कि जिस लैंड की बात अरविंद केजरीवाल कर रहे हैं, यह वह जमीन नहीं है, वह दूसरी जमीन है। 13 जनवरी की सुबह आम आदमी पार्टी की तरफ से एक पेपर जारी किया गया है जो किसी मीटिंग में जारी किया गया पेपर है। "आप" ने आरोप लगाया है कि यह वही कागज है जिसमें लैंड यूज चेंज करने की बात की गई है और जल्द ही झुग्गियों को तोड़ दिया जाएगा।