घटना की जांच के लिए सोमवार को जिला प्रशासन, झारखंड लीगल सर्विसेज अथॉरिटी और चाइल्ड वेलफेयर कमेटी की अलग-अलग टीम स्कूल पहुंची। टीमों ने स्कूल की प्रिंसिपल, शिक्षिकाओं और छात्राओं के अभिभावकों से घटना के बारे में जानकारी ली है। दोनों पक्षों से विरोधाभासी बयान सामने आए हैं।
घटना की वास्तविकता का पता लगाने के लिए स्कूल के सीसीटीवी फुटेज की भी जांच की तैयारी चल रही है। जांच टीम के निर्देश पर प्रिंसिपल का चैंबर रविवार को ही सील कर दिया गया था, ताकि सीसीटीवी फुटेज से किसी तरह की छेड़छाड़ न हो सके।
धनबाद की डीसी माधवी मिश्रा के निर्देश पर एसडीएम राजेश कुमार और जिला शिक्षा पदाधिकारी निशु कुमारी के नेतृत्व में सोमवार को पहुंची जांच टीम ने स्कूल की कई शिक्षिकाओं, स्टाफ और अभिभावकों का बयान दर्ज किया है। धनबाद के प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश और झारखंड लीगल सर्विसेज अथॉरिटी की जिला इकाई (डालसा) के चेयरमैन वीरेंद्र कुमार तिवारी के आदेश पर गठित टीम ने लगातार दूसरे दिन स्कूल परिसर में जांच की। डालसा सचिव ने मीडिया से कहा कि जांच की प्रक्रिया जारी है। जब तक यह प्रक्रिया पूरी नहीं होती, तब तक इस संबंध में कुछ भी कहना उचित नहीं होगा।
9 जनवरी को स्कूल में 10वीं की छात्राओं ने अपनी क्लास में ‘पेन डे’ सेलिब्रेट करते हुए एक-दूसरे की शर्ट पर पेन से ऑटोग्राफ दिए थे। छात्राओं का आरोप है कि इसकी जानकारी मिलने पर प्रिंसिपल नाराज हो गईं। उन्होंने इसे अनुशासनहीनता करार देते हुए सभी छात्राओं की शर्ट उतरवाई और उन्हें ब्लेजर में घर भेज दिया।
छात्राओं का कहना है कि वह रोती-गिड़गिड़ाती रहीं, लेकिन प्रिंसिपल ने उनकी एक न सुनी। हालांकि, प्रिंसिपल ने मीडिया के सवालों पर पूरी घटना को निराधार बताया।
इस घटना की खबर सोशल मीडिया पर वायरल हुई तो हंगामा खड़ा हो गया। घटना की सूचना मिलने पर स्थानीय विधायक रागिनी सिंह अभिभावकों के साथ उपायुक्त कार्यालय पहुंचीं और कार्रवाई की मांग की। धनबाद के सांसद ढुल्लू महतो ने भी इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए जिला प्रशासन से तत्काल जांच करवाकर उचित कार्रवाई करने को कहा।
शहर में कई संगठनों ने इस घटना के विरोध में प्रदर्शन किया। सोमवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के बैनर तले सैकड़ों छात्रों ने स्कूल गेट के बाहर घंटों प्रदर्शन और नारेबाजी की। परिषद ने स्कूल की प्रिंसिपल के खिलाफ कार्रवाई और स्कूल की मान्यता रद्द करने की मांग की है।