रांची, 13 जनवरी ( आईएएनएस): । झारखंड स्टाफ सेलेक्शन कमीशन (जेएसएससी) के दफ्तर के पास प्रदर्शनकारी छात्रों पर 16 दिसंबर को हुए लाठीचार्ज के मामले में राज्यपाल से कार्रवाई की गुहार लगाई गई है। सोमवार को छात्र नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने राजभवन में राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार से मुलाकात की और उन्हें अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा।
प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा (जेएलकेएम) के नेता देवेंद्र नाथ महतो ने बताया कि राज्यपाल को उस दिन के घटनाक्रम से संबंधित वीडियो, फोटोग्राफ और अखबारों की कतरनों को पेन ड्राइव में सौंपा गया है। इन वीडियो और फोटोग्राफ से साफ है कि उस दिन शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर बर्बरता पूर्वक लाठी चार्ज किया गया था।
उन्होंने कहा कि प्रशासन ने जेएसएससी के दफ्तर के पांच सौ मीटर के दायरे में निषेधाज्ञा लागू की थी, जबकि हमलोग डेढ़ किलोमीटर पहले प्रदर्शन कर रहे थे। पुलिस ने टारगेट कर भीड़ के बीच से उन्हें खींचकर निकाला और उन पर लाठियां बरसाईं। उन्हें गंभीर चोटें आईं, लेकिन दो दिनों तक उनका इलाज नहीं कराया गया।
राज्यपाल को सौंपे ज्ञापन में कहा गया है कि छात्र जिस जेएसएससी-सीजीएल परीक्षा में धांधली की जांच कराने की मांग कर रहे थे, उसके रिजल्ट पर हाईकोर्ट ने संज्ञान लेते हुए रोक लगाई है। खुद सीएम ने गड़बड़ियों की सीआईडी जांच का आदेश दिया है। लेकिन, इसके बावजूद छात्रों के खिलाफ जिस तरह की बर्बर कार्रवाई हुई है, उसके दोषियों को चिन्हित कर कार्रवाई की जानी चाहिए।
झारखंड सरकार के विभिन्न विभागों में लगभग दो हजार पदों पर नियुक्ति के लिए जेएसएससी सीजीएल की परीक्षा 21-22 सितंबर को राज्य में 823 परीक्षा केंद्रों पर आयोजित हुई थी। परीक्षा में 3,04,769 अभ्यर्थी शामिल हुए थे। परीक्षा संपन्न होने के दूसरे दिन से ही अभ्यर्थियों ने पेपर लीक और प्रश्नपत्रों में पिछले वर्षों की रद्द परीक्षाओं के प्रश्न बड़ी संख्या में दोहराए जाने के आरोपों को लेकर हंगामा किया था।
रांची और हजारीबाग सहित राज्य के कई शहरों में इसे लेकर छात्रों ने प्रदर्शन किए थे।
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