इस दौरान राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने चिराग पासवान और उनके परिवार से मुलाकात की और सभी को मकर संक्रांति की बधाई दी। इसके बाद, मीडिया से बातचीत करते हुए चिराग पासवान ने कहा, "हमने राज्यपाल से दही-चूड़ा के भोज में शामिल होने का विनम्र आग्रह किया था। महामहिम के साथ हमारा पुराना संबंध है। उनके संबंध मेरे पिता से थे। यह हमारे प्रदेश के लिए सौभाग्य की बात है कि ऐसे अनुभवी व्यक्ति का मार्गदर्शन हमें मिल रहा है। यह चुनावी वर्ष है और मेरे पार्टी के साथियों और परिवार के सदस्यों की इच्छा थी कि महामहिम इस कार्यक्रम में शामिल हों। हमारे परिवार के साथ उनके पुराने रिश्ते हैं और इस कारण परिवार के लोग चाहते थे कि वे इस निमंत्रण को स्वीकार कर हमारे साथ हों। मैं उनका आभार व्यक्त करता हूं कि उन्होंने इस निमंत्रण को स्वीकार किया।"
चिराग पासवान ने आगे कहा कि, "महामहिम का आना हमारे लिए खुशी का विषय है। हम उनके अनुभवों से बहुत कुछ सीख सकते हैं।"
मीडिया द्वारा कुंभ मेला जाने के सवाल पर चिराग पासवान ने कहा, "मैं जरूर जाऊंगा। यह एक बेहद खास अवसर है, क्योंकि अगले 144 वर्षों में ऐसा अवसर फिर नहीं आएगा। हम सब सौभाग्यशाली हैं कि इस बार महाकुंभ का हिस्सा बन सकते हैं और अपनी आस्था को समर्पित कर सकते हैं। मेरा और मेरे परिवार का फरवरी में कुंभ जाने का कार्यक्रम है। मैं चाहूंगा कि हर भारतीय इस मौके का लाभ उठाए और आस्था की डुबकी लगाए।"