मुंबई, 14 जनवरी ( आईएएनएस): । शिवसेना के प्रवक्ता अरुण सावंत ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक मोहन भागवत के राम जन्मभूमि आंदोलन को लेकर दिए गए बयान का मंगलवार को समर्थन किया।
अरुण सावंत ने कहा कि मोहन भागवत का यह बयान बिलकुल सही है, क्योंकि राम जन्मभूमि आंदोलन देश के सांस्कृतिक और आध्यात्मिक उत्थान के लिए अत्यंत आवश्यक था। उन्होंने कहा कि जैसे देश के विकास के लिए आर्थिक और सामाजिक पहलुओं की आवश्यकता होती है, वैसे ही भारत की जनता की आस्था और सांस्कृतिक पहचान को मजबूत करना भी उतना ही महत्वपूर्ण है।
उल्लेखनीय है कि मोहन भागवत ने सोमवार को अयोध्या में भगवान राम के मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा की तिथि को ‘प्रतिष्ठा द्वादशी’ के रूप में मनाने का सुझाव दिया है। उनका कहना था कि यह तिथि भारतीय इतिहास में महत्वपूर्ण है, क्योंकि इस दिन भारत की सच्ची स्वतंत्रता प्रतिष्ठित हुई थी, जो कई सदियों तक परचक्र (दुश्मन का आक्रमण) झेलने के बाद मिली थी।
शिवसेना प्रवक्ता ने कहा कि मोहन भागवत का यह कहना कि राम जन्मभूमि आंदोलन आवश्यक था, बिल्कुल सही है। यह आंदोलन केवल एक ऐतिहासिक सफलता ही नहीं, बल्कि यह भारत की संस्कृति, आस्था और विकास के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुआ है।
सावंत ने कहा कि प्रभु श्रीराम करोड़ों भारतीयों की आस्था के केंद्र हैं और राम जन्मभूमि पर राम मंदिर का निर्माण केवल एक धार्मिक स्थल का निर्माण नहीं, बल्कि यह देश की सांस्कृतिक विरासत को सम्मान देने और देशवासियों के मन में गर्व और आत्मविश्वास जगाने का कार्य है।
उन्होंने कहा कि राम मंदिर का निर्माण केवल एक ऐतिहासिक घटना नहीं, बल्कि यह देश के गौरवशाली इतिहास और सभ्यता को पुनर्स्थापित करने का प्रतीक है। आज राम मंदिर में प्रभु श्रीराम की भव्य मूर्ति स्थापित हो चुकी है और यह देशभर के श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र बन गया है।
सावंत ने कहा कि राम मंदिर के निर्माण ने क्षेत्र में कई विकास के नए आयाम खोले हैं। इसके कारण लाखों लोगों को रोजगार मिला है, आसपास की सड़कों और बुनियादी ढांचों में सुधार हुआ है और स्थानीय व्यापारियों की आमदनी में वृद्धि हुई है। लाखों श्रद्धालु और पर्यटक देश-विदेश से वहां आ रहे हैं, जिससे पर्यटन और व्यापार में भी बढ़ोतरी हो रही है।
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