दरअसल, अलका लांबा केजरीवाल और सिसोदिया पर मनी लॉन्ड्रिंग के केस से जुड़े सवाल पर प्रतिक्रिया दे रहीं थीं। उन्होंने कहा कि यह सभी जानते हैं कि शराब घोटाला हुआ है। यह घोटाला बहुत बड़ा घोटाला है।
दिल्ली को मुनाफे की नीति देने वाले कहते थे कि शराब नीति से फायदा होगा। लेकिन सीबीआई ने शिकंजा कसा तो आबकारी नीति वापिस ली गई। भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ने वाले लोग एक-एक करके जेल गए। दिल्ली में जो समस्या है वह जस की तस बनी हुई है। भ्रष्टाचार में ये लोग घिर चुके हैं और बच नहीं सकते हैं हम इन्हें बचने भी नहीं देंगे।
महिला मुख्यमंत्री का अपमान किया जा रहा है। केजरीवाल प्रचार में दिख रहे हैं, लेकिन आतिशी की एक छोटी सी फोटो तक नहीं दिखाई दे रही है।
मुझे यह नहीं समझ आता है कि मनीष सिसोदिया और अरविंद केजरीवाल किस मुंह को लेकर जनता से वोट मांगने के लिए जा रहे हैं।
इन दोनों में अगर जरा सी भी नैतिकता होती तो माफी मांग कर चुनाव से हट जाना चाहिए था।
कांग्रेस के नए मुख्यालय भवन का नाम पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के नाम पर रखने की मांग पर लांबा ने कहा कि सोनिया गांधी ने ऐलान किया कि इस भवन में एक लाइब्रेरी का नाम डाॅक्टर मनमोहन सिंह के नाम रखा जाएगा। उन्हें यह समर्पित किया गया, सभी ने इसका समर्थन किया है।
उन्होंने कहा कि हमने पूर्व पीएम मनमोहन सिंंह का अंतिम संस्कार राजघाट पर करने की मांग की थी। लेकिन, भाजपा सरकार ने इस मांग को खारिज कर दिया। यह केंद्र सरकार की ओर से अपमान किया गया।
उनकी समाधि बनाने के लिए स्थल मांगा जा रहा है। जिसमें अभी भी आनाकानी की जा रही है। मैं समझती हूं कि पूर्व पीएम को भारत रत्न मिलना चाहिए।