नई दिल्ली, 15 जनवरी ( आईएएनएस): । दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीख के ऐलान के साथ ही राष्ट्रीय राजधानी में चुनावी सरगर्मी तेज हो गई है। राजनीतिक दल हर एक विधानसभा सीट पर जनता को साधने में लगे हैं। इसी कड़ी में रिठाला विधानसभा सीट पर चुनावी लड़ाई दिलचस्प नजर आ रही है।
रिठाला विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र दिल्ली के उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र में स्थित एक महत्वपूर्ण निर्वाचन क्षेत्र है। यह दिल्ली के 70 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में से एक है और उत्तर पश्चिमी दिल्ली लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र का हिस्सा है। 2008 में परिसीमन आयोग द्वारा दिल्ली विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों की सीमाओं का पुनर्गठन किया गया, जिसके परिणामस्वरूप रिठाला विधानसभा क्षेत्र का गठन हुआ।
रिठाला सीट का अस्तित्व 2008 में परिसीमन के बाद आया और यहां पहले चुनाव में भाजपा के कुलवंत राणा ने शानदार जीत हासिल की। उन्होंने कांग्रेस के उम्मीदवार को 26,346 मतों के अंतर से हराया।
साल 2013 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने अपनी तेजी से बढ़ती लोकप्रियता और भ्रष्टाचार विरोधी नारे के साथ दिल्ली की राजनीति में मजबूत पैठ बनाई थी। इस चुनाव में आप ने बीजेपी और कांग्रेस दोनों को कड़ी चुनौती दी। हालांकि बीजेपी के कुलवंत राणा को जीत हासिल हुई।
साल 2015 में आम आदमी पार्टी ने दिल्ली विधानसभा चुनावों में शानदार प्रदर्शन किया और दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों में से 67 पर जीत हासिल की। इसी कड़ी में रिठाला विधानसभा सीट पर आप के उम्मीदवार मोहिंदर गोयल ने भाजपा के कुलवंत राणा को हराकर जीत हासिल की थी। वहीं 2020 के चुनाव में भी मोहिंदर गोयल अपनी सीट बचाने में कामयाब रहे।
इस बार इस विधानसभा सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिलेगा। तीनों प्रमुख दलों ने अपने-अपने उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है। इस बार भाजपा, आप और कांग्रेस के उम्मीदवारों के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिलेगी। आम आदमी पार्टी ने मोहिंदर गोयल को फिर से अपना उम्मीदवार बनाया है, वहीं बीजेपी ने कुलवंत राणा पर विश्वास जताया है, जबकि कांग्रेस ने सुशांत मिश्रा को चुनाव मैदान में उतारा है।
इस सीट पर कुल मतदाताओं की संख्या 3,19,872 है, जिसमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 1,67, 284 और महिला मतदाताओं की संख्या 1,52,566, वहीं थर्ड जेंडर 22 मतदाता हैं।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सभी 70 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव आयोग ने चुनाव की तारीख का ऐलान कर दिया है। 5 फरवरी को एक चरण में चुनाव होगा और नतीजे की घोषणा 8 फरवरी को होगी।
भारत के मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि दिल्ली में कुल एक करोड़ 55 लाख मतदाता हैं। इनमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 83.49 लाख, महिला मतदाता 71.74 लाख और युवा मतदाता 25.89 लाख हैं। पहली बार वोट देने जा रहे मतदाताओं की कुल संख्या 2.08 लाख है। 100 साल से ऊपर के मतदाताओं की संख्या 830 है। चुनाव में 13 हजार से ज्यादा मतदान केंद्र बनाए जाएंगे।
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