अमन गुप्ता ने कहा, "स्टार्टअप महाकुंभ एक बेहतरीन कार्यक्रम है। इसकी शुरुआत पिछले साल हुई थी और यह दूसरा कार्यक्रम है। मैंने दुबई, सिंगापुर और फिनलैंड में स्टार्टअप कार्यक्रम देखे हैं। अब भारत भी इस तरह के कार्यक्रम की मेजबानी कर रहा है, जो देश के लिए बहुत अच्छी बात है। यह हर साल और बड़ा और बेहतर होता जाएगा और हम इसका हिस्सा बनकर खुश हैं।"
रुकम कैपिटल की संस्थापक अर्चना जहागीरदार ने से कहा है कि इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि स्टार्टअप इकोसिस्टम निरंतर विकसित होता रहे। विदेश के छोटे देशों में स्टार्टअप पर कार्यक्रम होते हैं। हमारे पास ऐसा कोई जरिया नहीं था जिसके तहत सभी हितधारक एक साथ आ सकें। इस उद्देश्य के साथ स्टार्टअप महाकुंभ की शुरुआत हुई थी। यह इकोसिस्टम यूं ही आगे भी बढ़ता रहे। आज, भारत में हमारी युवा पीढ़ी को धन सृजनकर्ता और रोजगार सृजनकर्ता बनने के लिए प्रेरित और प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। इस देश की तरक्की इस देश के युवाओं के हाथों में है। इसलिए स्टार्टअप महाकुंभ का आयोजन हो रहा है। उन्होंने कहा कि इस देश की प्रगति इन युवाओं के हाथों में है और मैं समझती हूं हमें स्टार्टअप की पॉलिसी पर ध्यान देने की जरूरत है।
अवाना कैपिटल की संस्थापक अंजलि बंसल ने कहा कि यह हमारे प्रधानमंत्री मोदी का विजन था। नौ साल पहले उन्होंने स्टार्टअप इंडिया पहल की शुरुआत की थी और आज हम इसकी नौवीं वर्षगांठ और राष्ट्रीय स्टार्टअप दिवस मना रहे हैं। पिछले एक दशक में हमारे इनोवेशन और टेक्नोलॉजी इकोसिस्टम में जबरदस्त वृद्धि हुई है। एक लाख 50 हजार स्टार्टअप पंजीकृत हुए हैं। मैं समझती हूं कि कम से कम इनका तीन गुणा तो बढ़ोतरी होनी चाहिए।
कार्यक्रम में आए लोगों ने बताया कि स्टार्टअप इंडिया का अहम योगदान है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जो विकसित भारत का सपना है उसे साकार करने में भी स्टार्टअप इंडिया जैसा स्कीम एक सहायक भूमिका निभा रहा है।