कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने बताया कि बेलगाम (बेलगावी) की ऐतिहासिक भूमि और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का जुड़ाव आज से नहीं दशकों से बना है। उन्होंने बताया कि एक बार फिर 21 जनवरी को 'जय बापू, जय भीम, जय संविधान' रैली का आयोजन बेलगाम के अंदर होगा। इस रैली में राहुल गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, प्रियंका गांधी और पूरे देश का कांग्रेस नेतृत्व एक बार फिर इसमें हिस्सेदारी करेगा।
उन्होंने बताया कि इस रैला का आयोजन इसलिए किया जा रहा है क्योंकि जिस प्रकार से 17 दिसंबर, 2024 को संसद के पटल पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने न केवल बाबा साहेब अंबेडकर का अपमान किया, बल्कि उनके विचारों को मानने वाले हर व्यक्ति का मजाक उड़ाया।
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा बार-बार संविधान पर और संविधान के समस्त अधिकारों पर हमला बोल रही है। देश में गरीब और अमीर की खाई अब ना पाटने वाली वन गई है।
कांग्रेस ने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा आए दिन संवैधानिक अधिकारों को बुलडोजर के नीचे कुचल रही है। इसीलिए 'जय बापू, जय भीम, जय संविधान' रैली 21 जनवरी को बेलगाम में होगी। फिर 27 जनवरी को बाबासाहेब अंबेडकर के जन्म स्थान मऊ (मध्य प्रदेश) में होगी।
इसके अलावा उन्होंने कहा कि एक तरफ ये बाबा साहेब का अपमान करते हैं, दूसरी तरफ दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों, गरीबों, महिलाओं और युवाओं के अधिकारों को छीनते हैं। इसलिए आज पूरे देश में महात्मा गांधी और बाबासाहेब अंबेडकर के विचारों पर चलते हुए एक नई क्रांति का सूत्रपात करने की जरूरत है। इसलिए एक बार फिर जो आवाज बेलगाम से उठेगी, वह देश की राजनीति को एक नई दशा और दिशा देगी।