उद्घाटन समारोह में विदेश मंत्री एस जयशंकर, कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार और अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
इस अवसर विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा, "बेंगलुरु में अमेरिकी वाणिज्य दूतावास का उद्घाटन एक मील का पत्थर है, जो बेंगलुरु और कर्नाटक के लोगों की पुरानी मांग को पूरा करता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार ने इस मांग को पूरा करने की दिशा में कदम उठाए हैं। यह वाणिज्य दूतावास कर्नाटक के लोगों को वैश्विक आकांक्षाओं से जुड़ने के लिए एक असाधारण मंच प्रदान करेगा। इस कार्यक्रम का हिस्सा बनकर मुझे बहुत खुशी हुई है।"
बाद में उन्होंने 'एक्स' पर भी पोस्ट करते हुए कहा, "बेंगलुरू में अमेरिकी वाणिज्य दूतावास के उद्घाटन समारोह में शामिल होकर प्रसन्नता हुई। एरिक गार्सेटी (भारत में अमेरिकी राजदूत) और उनकी टीम को बधाई। यह साझेदारी लोगों के बीच मजबूत संबंधों से प्रेरित है जो प्रौद्योगिकी, नवाचार, अंतरिक्ष, रक्षा और शिक्षा जैसे क्षेत्रों में व्यक्त होते हैं। आज बेंगलुरू में नए अमेरिकी वाणिज्य दूतावास का उद्घाटन इस सहयोग को मजबूत करने, विचारों के आदान-प्रदान को बढ़ावा देने में एक अहम भूमिका तय करेगा।"
इस अवसर पर मीडिया से बात करते हुए उपमुख्यमंत्री शिवकुमार ने कहा, "मैं इस महत्वपूर्ण अवसर पर अमेरिकी वाणिज्य दूतावास और विदेश मंत्री एस. जयशंकर को धन्यवाद देता हूं। जयशंकर के पिता बेंगलुरु में हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) के अध्यक्ष रह चुके हैं। आज वो यहां अमेरिकी वाणिज्य दूतावास स्थापित करने की दिशा में काम कर रहे हैं। हमारे आईटी और बीटी उद्योग मंत्री ने भी इस प्रयास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।"
शिवकुमार ने कहा, "भारत को बेंगलुरु के माध्यम से देखा जाता है। यह राज्य के लिए एक ऐतिहासिक और पवित्र दिन है। हम लंबे समय से अमेरिकी वाणिज्य दूतावास को बेंगलुरु में लाने का प्रयास कर रहे थे। कर्नाटक में दिवंगत एस.एम. कृष्णा के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार के दौरान, ग्लोबल इन्वेस्टर्स मीट के आयोजन के बाद अमेरिकी वाणिज्य दूतावास लाने के प्रयास शुरू किए गए थे।"