एसपी ऑपरेशन ओपी सिंह ने पत्रकार वार्ता में बताया कि पड़री थाना स्थित कठिनई के एक आश्रम में राम लक्ष्मण जानकी का मंदिर है। जहां पर राम लक्ष्मण जानकी की मूर्तियां मकर संक्रांति के दिन चोरी हो गई थी। इस संबंध में आश्रम के कर्ता-धर्ता बंसी बाबा ने एफआईआर दर्ज कराई थी।
उन्होंने बताया कि विवेचना के दौरान पता चला कि चोरी की वारदात बंसी बाबा ने अंजाम दी है। पुलिस ने चोरी की गई तीनों मूर्तियां बरामद कर ली है। इस घटना में बंसी बाबा सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
वहीं, बाबा ने बताया कि गद्दी का उत्तराधिकारी नहीं बनाया जाना है। वह मूर्तियों को बेचकर अपना एक अलग मठ स्थापित करना चाहता था। तीनों मूर्तियों की कीमत 30 करोड़ रुपए बताई गई है।
उन्होंने कहा कि 1987 में इस मंदिर में चोरी का प्रयास हुआ था। उस समय के सेवादार की हत्या भी हुई थी। जिनमें कुछ लोग जेल गए थे। इसके बाद इन मूर्तियों को काशी में लाकर रखा गया था। लेकिन, 2007 में बाबा ओंकार नाथ ने मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा की थी। इसके बाद मूर्तियां फिर से स्थापित की गई थी।
एसपी ने बताया कि मुकेश सोनी नामक व्यक्ति इस प्रकार की मूर्तियों को खरीदने और बेचने का काम करता था। उसे बाबा ने बुलाया था और मूर्तियों की टेस्टिंग करवाई थी। पता चला था कि मूर्तियां काफी कीमती हैं। सूचना मिली थी कि मुकेश को पहाड़ी क्षेत्र में बुलाया गया था। इसी बीच पुलिस ने कार्रवाई करते हुए सभी को गिरफ्तार कर लिया।