सपा प्रमुख ने अति विशिष्ट अतिथियों को तीर्थयात्रियों से अधिक महत्व देने पर गुस्सा जाहिर किया है। उन्होंने कहा कि महाकुंभ परिसर में श्रद्धालुओं को मीलों घूम कर जाना पड़ रहा है। इससे बुजुर्गों, बच्चों और महिलाओं को अत्यधिक असुविधा, कष्ट और थकान का सामना करना पड़ रहा है, जिससे हर तरफ जाम जैसी स्थिति हो गई है।
पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "अति विशिष्ट अतिथियों को तीर्थयात्रियों से अधिक महत्व देते हुए संगम की तरफ जाने वाले सभी मार्ग बंद होने से महाकुंभ परिसर में श्रद्धालुओं को मीलों घूमकर जाना पड़ रहा है। इससे बुजुर्गों, बच्चों और महिलाओं को अत्यधिक असुविधा, कष्ट और थकान का सामना करना पड़ रहा है। हर तरफ जाम जैसी स्थिति हो गई है। तत्काल जाम खुलवाया जाए।"
उन्होंने आगे लिखा, "सच्चे श्रद्धावान से महत्वपूर्ण अन्य कोई नहीं होना चाहिए। ट्रैफिक व्यवस्था ऐसी होनी चाहिए कि सब सुचारू रूप से समानांतर चलता रहे, किसी के लिए भी रास्ते बंद नहीं होने चाहिए। अति विशिष्ट अतिथियों के आने पर तो आवागमन और भी सुगम और सुविधाजनक होना चाहिए, जिससे प्रतीत हो कि विशिष्ट लोगों के आने से व्यवस्था और अच्छी होती है।"
इससे पहले सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ के आंकड़ों पर सवाल उठाए थे। उन्होंने यूपी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था कि सरकार का हर आंकड़ा फर्जी है। अखिलेश यादव ने कहा था कि कुछ ट्रेनें खाली जा रही हैं। सुनने में ये भी आया है कि गोरखपुर वाली ट्रेन खाली गई है।