मोनिका ने न्यूज एजेंसी से बातचीत की। उन्होंने कहा कि महाकुंभ 144 साल बाद लगा है। यह अमृत पल है, जो हमारे जीवन में दोबारा वापस नहीं आने वाला है। महादेव की पेंटिंग बनाकर हम यह दिखाना चाहते हैं कि हमारे लिए महाकुंभ इतना महत्वपूर्ण क्यों हैं। मैंने अयोध्या में श्री राम लला की प्राण प्रतिष्ठा के दौरान भी पेंटिंग बनाई थी।
उन्होंने बताया कि वह मिडिल क्लास परिवार से आती हैं। बिहार के दरभंगा जिला की मूल निवासी हैं। परिवार में उनकी बहन, भाई और मां सभी पेंटिंग बनाने का काम करते हैं। इसके अलावा वह एक अकेडमी भी चलाती हैं, जहां लोगों को पेंटिंग बनाना सिखाया जाता है।
मोनिका की बहन ने बताया कि हम लोग महाकुंभ की श्रृंखला को लेकर पेंटिंग बना रहे हैं। पहली पेंटिंग हमारी अमृत कलश को लेकर है। इससे पहले राम जी की प्राण प्रतिष्ठा की पेंटिंग बनाई थी। भगवान से जुड़ना काफी अच्छा लगता है। जब हम पेंटिंग बना रहे होते हैं, तो भगवान से बात कर रहे होते हैं। मेरी बहन तो आंख पर पट्टी बांधकर पेंटिंग बनाती है, उस पर भगवान की असीम कृपा है। यह कार्य हम 15 साल से कर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि 13 जनवरी से प्रयागराज में महाकुंभ चल रहा है और इस कुंभ में अलग-अलग तरह की अनोखी तस्वीर लोगों को आकर्षित कर रही है। यहां कोई अपनी कला से इस कुंभ में छाप छोड़ रहा है, तो कोई अलग-अलग वेशभूषा के साथ कुंभ में आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।