जम्मू, 20 जनवरी ( आईएएनएस): । जम्मू-कश्मीर विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सुनील शर्मा ने राजौरी के बुधल गांव में 17 लोगों की मौतों पर सोमवार को दुख जताया और कहा कि उम्मीद है कि जल्द ही इस मामले से पर्दा उठेगा।
सुनील शर्मा ने कहा, "राजौरी के बुधल गांव में जो घटना हुई है, वह बहुत बड़ा मामला है। मैं सबसे पहले (केंद्रीय) गृह मंत्रालय को इस मामले में हस्तक्षेप करने के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं। उम्मीद है कि जल्द ही टीम इसके पीछे के कारणों का पता लगाएगी।"
उन्होंने कहा, "राजौरी में अब तक 17 लोगों की जान चली गई। अगर उन परिवारों के साथ कुछ गलत हुआ है तो उन्हें मुआवजा मिलना चाहिए। जम्मू-कश्मीर सरकार को तुरंत कदम उठाने चाहिए थे, लेकिन मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के पास इलाके का दौरा करने का समय नहीं था। उनके पास गुलमर्ग जाने का समय था, लेकिन राजौरी में जाने का समय नहीं था। हालांकि, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने मामले की जांच के लिए टीम का गठन किया है, जो एक सराहनीय कदम है। मुझे उम्मीद है कि जल्द ही इस मामले से पर्दा उठेगा।"
नेता प्रतिपक्ष ने जम्मू-कश्मीर सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा, "लोगों को जम्मू-कश्मीर सरकार से बहुत उम्मीदें थीं। अब इस कैबिनेट मीटिंग से हमें क्या उम्मीद करनी चाहिए। मुझे नहीं लगता कि सरकार गंभीरता से कैबिनेट मीटिंग कर रही है। लोगों ने उन पर भरोसा किया और उन्हें वोट दिया, लेकिन सरकार उनकी उम्मीदों पर खरी नहीं उतरती दिख रही है।"
जम्मू-कश्मीर के एक बुधल गांव में तीन परिवारों के 17 सदस्यों की रहस्यमयी बीमारी से मौतों की चल रही जांच के बीच अधिकारियों ने प्रभावित क्षेत्र में एक झरने को सील कर दिया है। झरने (बावली) से लिए गए पानी में 'कुछ कीटनाशकों' की मौजूदगी की पुष्टि हुई है। इस वजह से लोग सहमे हुए हैं।
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