गौतम अदाणी ऐतिहासिक महाकुंभ में भंडारा सेवा करने के साथ ही त्रिवेणी में पूजा-अर्चना करेंगे और प्रसिद्ध बड़े हनुमान जी के मंदिर में दर्शन करेंगे।
ज्ञात हो कि अदाणी समूह इस साल इस्कॉन और गीता प्रेस के साथ मिलकर महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं की सेवा में लगा हुआ है। इस्कॉन के साथ मिलकर अदाणी समूह प्रतिदिन एक लाख श्रद्धालुओं को महाप्रसाद का वितरण कर रहा है। इसी क्रम में उद्योगपति गौतम अदाणी सेक्टर नंबर-18 के इस्कॉन वीआईपी टेंट पर पहुंचेंगे। गौतम अदाणी के आने के पहले से ही इस्कॉन के योगेंद्र प्रभु के द्वारा महामंत्र कीर्तन का आयोजन किया जा रहा है।
परिसर में 'अदाणी महाप्रसाद' का आयोजन किया जा रहा है, जहां हजारों भक्तों की भीड़ लगी हुई है। महाप्रसाद ग्रहण करने वाले श्रद्धालुओं ने को बताया कि गौतम अदाणी बहुत पुण्य का काम कर रहे हैं। उनके जैसे जितने भी बड़े-बड़े उद्योगपति हैं, उन्हें भी सनातन धर्म के लिए आगे आकर लोगों की सेवा करनी चाहिए। गौतम अदाणी जरूरतमंदों को भोजन दे रहे हैं और असहाय दिव्यांगों को इलेक्ट्रिक व्हीकल दे रहे हैं। यह एक सराहनीय काम है, भगवान उनकी तरक्की करें।
महाकुंभ आने वाले यूपी के जौनपुर के रहने वाले अंकित मोदनवाल ने कहा, "गौतम अदाणी की तरफ से महाप्रसाद की बहुत अच्छी व्यवस्था की गई है। सभी भक्त और श्रद्धालुओं के लिए निशुल्क व्यवस्था है, किसी भी तरह का चार्ज नहीं लिया जा रहा है। खाने की गुणवत्ता बहुत अच्छी है। गौतम अदाणी आज महाकुंभ आ रहे हैं। उनकी तरह और भी उद्योगपतियों को यहां पर आना चाहिए और सभी को सनातन धर्म के प्रति और जागरूक होने की आवश्यकता है।"
जमशेदपुर के एक अन्य श्रद्धालु ने कहा, "इस्कॉन और अदाणी ग्रुप की तरफ से बहुत ही अच्छे तरीके से भंडारे को संचालित किया जा रहा है। इसमें खाने की गुणवत्ता भी बहुत अच्छी है। कई तरह के पकवान बनाए गए हैं। पहले लोगों को खाने के लिए परेशानी उठानी पड़ रही थी, लेकिन अब लोगों को मदद मिल रही है। गौतम अदाणी की तरह बड़े-बड़े उद्योगपतियों को आस्था क्रम में आगे आना चाहिए।"
दिल्ली से आई सीता देवी ने गौतम अदाणी के कदम की सराहना की। उन्होंने कहा, "यह बहुत ही उत्तम कदम है। अदाणी और इस्कॉन के सहयोग से अच्छी सेवा हो रही है। भगवान का भोग वितरण किया जा रहा है। बहुत ही साफ-सुथरे तरीके से सारी व्यवस्था की जा रही है। इस कार्य के लिए हम सभी उनके आभारी हैं। उनके माध्यम से भगवत गीता और भी कई ग्रंथों का वितरण किया जा रहा है।"
दिल्ली से आए गोपाल गुड़िया ने बताया कि वे महाकुंभ में सेवा करने के लिए आए हैं। साफ-सुथरे तरीके से भगवान को भोग लगाकर महाप्रसाद का वितरण किया जा रहा है।