रैली में राहुल गांधी समेत देश के सभी वरिष्ठ नेता शामिल होंगे। इस मौके पर कांग्रेस ने यह भी स्पष्ट किया कि पार्टी आने वाले एक साल तक संविधान के मौलिक अधिकारों को जनता तक पहुंचाएगी।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि वर्तमान में देश में एकाधिकार की स्थिति बढ़ रही है, चाहे वह राजनीति, पूंजी या व्यवस्था के स्तर पर हो। कांग्रेस इस पर कड़ी नजर रखेगी और संविधान की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।
वहीं, मीनाक्षी नटराजन ने इस कार्यक्रम को लेकर से खास बातचीत भी की।
उन्होंने कहा कि हमारे इस कार्यक्रम को मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी संबोधित करेंगे। जिस तरह से संविधान और लोकतंत्र पर हमला किया जा रहा है, जिस तरह से एक सोची- समझी साजिश के तहत आधिपत्य स्थापित करने की कोशिश की जा रही है, उसे देखते हुए यह कार्यक्रम किया जा रहा है। इस कार्यक्रम की पूरी रूपरेखा पहले से ही निर्धारित की जा चुकी है।
उन्होंने आगे कहा कि जिस तरह से नागरिकों के हितों पर कुठाराघात किया जा रहा है, उसे देखते हुए हमने इस कार्यक्रम को करने का फैसला किया है। यह सिर्फ अभी एक आगाज है। हम आगामी दिनों में इस दिशा में और भी कई कदम उठाने जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम में हमारी पार्टी के लाखों के कार्यकर्ता शामिल होंगे।
वहीं, कांग्रेस नेता मीनाक्षी नटराजन ने प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी के गुटबाजी के बयान पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि उन्होंने पूरा भाषण नहीं सुना और किसी एक वाक्य पर टिप्पणी करना उचित नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस पार्टी विभिन्नता को मानने वाली पार्टी है, जहां अलग-अलग कार्यशैली वाले कार्यकर्ता मिलकर काम करते हैं।