कांग्रेस प्रत्याशी संदीप दीक्षित ने कहा, "प्रचार कोई भी आम व्यक्ति कर सकता है, लेकिन हमारा आरोप है कि दिल्ली में पंजाब पुलिस की गाड़ियां क्या कर रही हैं? सबको पता है कि पंजाब में किसकी सरकार है। क्या दिल्ली में किसी को हरियाणा पुलिस या यूपी पुलिस की गाड़ियां दिखती हैं? बॉर्डर स्टेट के पुलिस की गाड़ियां तो यहां पर दिखती नहीं हैं, ऐसे में पंजाब के पुलिस की गाड़ियां दिल्ली में क्या कर रही हैं? हमें शक है दिल्ली में पंजाब पुलिस के जरिए गलत प्रचार किया जा रहा है। अगर उन्हें दिल्ली से कार्यकर्ता नहीं मिलता तो वे पंजाब, यूपी कहीं से भी अपने कार्यकर्ता लाएं। इसके लिए कोई मना नहीं करता, लेकिन पुलिस और किसी राज्य के अधिकारी कैसे चुनाव प्रचार कर सकते हैं? यह बहुत ही गंभीर मामला है।"
दिल्ली में आप सरकार के नहीं आने पर कांग्रेस और भाजपा पर मुफ्त की योजनाओं को बंद करने के केजरीवाल के आरोप पर संदीप दीक्षित ने कहा, "वे फ्री के एजुकेशन की बात करते हैं। लेकिन मुफ्त शिक्षा केजरीवाल नहीं दे रहे हैं, 1950 से भारत सरकार के नियम के तहत दिया जा रहा है। मुफ्त शिक्षा देना भारत सरकार का निर्णय है। कांग्रेस सरकार शिक्षा का अधिकार एक्ट लेकर आई थी। कांग्रेस के कारण सभी राज्य मुफ्त शिक्षा देने के लिए बाध्य हैं। भाजपा, कांग्रेस या सीपीएम आए, उन्हें दिल्ली में मुफ्त शिक्षा देनी ही पड़ेगी। केजरीवाल को झूठ नहीं बोलना चाहिए। नई दिल्ली में झुग्गियों में रहने वालों के 25,000-30,000 बिल आ रहे हैं, वे उसके बारे में क्यों नहीं बोलते?"
आप सरकार आने पर धोबी समाज कल्याण बोर्ड बनने के दावे पर कांग्रेस प्रत्याशी ने कहा, "2012-13 में शीला दीक्षित के समय ही यह निर्णय ले लिया गया था, ऐसे में पिछले 11 साल में केजरीवाल ने इसे क्यों नहीं बनाया? आज जब उन्हें अपनी हार दिखाई दे रही है, तो उन्हें तमाम बोर्ड और वादे याद आ रहे हैं।"