भजन सिंह ने बताया कि सैफ ने हॉस्पिटल पहुंचाने के लिए रिक्शा चालक का धन्यवाद किया और उनसे कहा कि कभी कोई जरूरत पड़े तो खुलकर बताना। सैफ अली के साथ ही उनकी मां शर्मिला टैगोर ने भी भजन सिंह राणा का आभार जताया।
राणा ने बताया कि उन्हें सैफ के परिवार ने सम्मान दिया। उन्होंने कहा, “मुझे सैफ की ओर से फोन आया था। हालांकि, मुझे पहुंचने में लेट हो गया था। मैं जब वहां पहुंचा तो सैफ सर के साथ ही वहां उपस्थित उनके परिवार के सदस्य ने बहुत सम्मान दिया। मैंने उनके साथ सेल्फी भी ली।”
राणा ने बताया कि सैफ अली खान ने धन्यवाद देने के साथ ही मदद की भी पेशकश की। उन्होंने कहा, “मुझे खुशी है कि मैंने उनकी मदद की, ये मेरे लिए बड़ी बात है और गर्व हो रहा है। सैफ अली खान ने कहा है कि कभी भी कोई मदद की जरूरत पड़े तो खुलकर बताना।”
इसके साथ ही राणा ने वारदात की रात का भी जिक्र किया और बताया, “जब उस रात मैं ऑटो चला रहा था तो सैफ को सड़क पर मौजूद ब्रेकर के कारण झटके लगने से दर्द हो रहा था। उन्होंने कहा था कि 'झटके लग रहे हैं, थोड़ा आराम से चलाओ।' झटके लगने पर उन्हें काफी दर्द हो रहा था।”
ड्राइवर ने आगे बताया, “मुझे सैफ अली खान से मुलाकात करने के लिए फोन आया था। उनकी मां शर्मिला टैगोर के साथ उनके परिवार के सदस्यों ने मुझे धन्यवाद दिया। मैंने भी उनसे कहा कि मैं दुआ करता हूं कि आप जल्द ठीक हो जाएं। इस पर उन्होंने कहा, 'तुमने बहुत अच्छा काम किया और ऐसे ही काम करते रहो।' मुझे उनके परिवार ने बहुत सम्मान दिया।”
बातचीत के दौरान भजन सिंह ने यह भी खुलासा किया कि वह ज्यादा टीवी और फिल्में नहीं देखता है। इसलिए वह सैफ के साथ हॉस्पिटल में मिले अन्य परिजनों को नहीं पहचान पाया। यहां तक कि जब सैफ को घायल अवस्था में उसके ऑटो में बैठाकर हॉस्पिटल की तरफ ले जाया जा रहा था, तब भी भजन सिंह को पता नहीं चला था कि घायल व्यक्ति सैफ अली खान हैं।
भजन सिंह राणा ने के साथ वारदात की रात की कहानी को भी साझा किया था। भजन सिंह राणा ने बताया था, "रात के वक्त सवारी के लिए मैं लिंकन रोड से होते जा रहा था। इसी दौरान जैसे ही सतगुरु शरण बिल्डिंग के समीप पहुंचा तो बिल्डिंग से एक महिला दौड़ते हुए आई और जोर-जोर से रिक्शा-रिक्शा आवाज लगाने लगी। मैंने ऑटो को दूसरी तरफ गेट पर लगा दिया। चार लोग एक जख्मी व्यक्ति को लेकर आ रहे थे। जख्मी व्यक्ति सफेद कपड़े पहने हुए खून से लथपथ था। मैंने उन्हें ऑटो में बिठाया, तब उनके साथ एक बच्चा भी था।"
ऑटो चालक ने बताया कि सबसे पास में लीलावती अस्पताल था। इसलिए तय हुआ कि लीलावती अस्पताल लेकर जाना है। और मैं शॉर्टकट रास्ते से उन्हें छह मिनट में लीलावती अस्पताल ले गया। बाद में पता चला था कि यह सैफ अली खान हैं।