स्थापना दिवस की थीम 'विकास व विरासत प्रगति पथ पर उत्तर प्रदेश' है। इस बार छह लोगों को 'उत्तर प्रदेश गौरव सम्मान' प्रदान किया जाएगा।
लोकभवन सभागार में मीडिया से मुखातिब संस्कृति और पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि उत्तर प्रदेश दिवस-2025 के आयोजन की थीम 'विकास व विरासत प्रगति पथ पर उत्तर प्रदेश' रखी गई है। सभी विभागों द्वारा उसी थीम पर प्रदर्शनी, संगोष्ठी, सम्मेलन, सांस्कृतिक कार्यक्रम, प्रतियोगिता, रोड शो आदि होंगे। 24 जनवरी को उत्तर प्रदेश दिवस, 25 जनवरी को राष्ट्रीय पर्यटन दिवस-मतदाता जागरूकता दिवस व 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस का धूमधाम से आयोजन होगा।
विरासत व विकास पर अलग-अलग प्रदर्शनी लगाई जाएगी। विरासत पर लगाई गई प्रदर्शनी में पूर्व प्रधानमंत्री व भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी के शताब्दी वर्ष पर उनके जीवन प्रसंग आदि से दर्शक अवगत हो सकेंगे। इसके अलावा भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती, सरदार वल्लभ भाई पटेल, हमारा संविधान व हमारा स्वाभिमान आदि पर प्रदर्शनी लगाई जाएगी। इसके साथ ही विभिन्न विभागों के सफल प्रतिभाओं को भी सम्मानित किया जाएगा। साथ ही 75 जनपदों के ओडीओपी, कला शिल्प की प्रदर्शनी, फूड कोर्ट में विभिन्न अंचलों का स्वाद भी ले सकेंगे।
राष्ट्रीय पर्यटन दिवस पर 25 जनवरी को विभाग की तरफ से युवा पर्यटन क्लब के सदस्यों द्वारा पेंटिंग, रील्स, पर्यटन प्रदर्शनी आदि लगाई जाएगी। आध्यात्मिक व सांस्कृतिक पर्यटन पर आधारित लघु फिल्म व युवा पर्यटन क्लब के सदस्यों की गतिविधियों पर आधारित लघु फिल्म प्रस्तुत की जाएगी।
26 जनवरी को संस्कृति, कला जगत से जुड़ी हस्तियों को राजभवन में सम्मानित किया जाएगा। पर्यटन के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले उद्यमियों व स्वयं सहायता समूहों में उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं को सम्मानित भी किया जाएगा।
विभिन्न विधाओं में उत्कृष्ट कार्य करने वाले छह लोगों को उत्तर प्रदेश गौरव सम्मान मिलेगा। इन्हें पुरस्कार स्वरूप 11 लाख रुपये, प्रशस्ति पत्र व अंगवस्त्र प्रदान किए जाएंगे। यह सम्मान वाराणसी के कृष्णकांत शुक्ल (भौतिक विज्ञान, संगीतकार, कवि), वृंदावन मथुरा के हिमांशु गुप्ता (उद्यमी-पर्यावरणविद्), कानपुर के मनीष वर्मा (कृषि-दलित उद्यमी), बुलंदशहर की कृष्णा यादव (महिला उद्यमी), बुलंदशहर के ही कर्नल सुभाष देशवाल (कृषि-उद्यम) व बहराइच के डॉ. जय सिंह (केला उत्पादन) को मिलेगा।