संदीप दीक्षित ने कहा, "दिल्ली के एक्साइज डिपार्टमेंट ने अपना आकलन किया है। उसमें उन्होंने देखा कि दिल्ली सरकार शराब के कुछ ऐसे ब्रांड चुन-चुनकर बेच रही है, जो दिल्ली और आस-पास के लोगों की पसंद नहीं हैं। उपभोक्ता अपनी पसंद की चीजें खाना और पीना चाहता है, लेकिन ये लोग कुछ खास ब्रांड खरीदने के लिए मजबूर कर रहे हैं, जो उनकी पसंद नहीं है। जब इसको एक्साइज डिपार्टमेंट ने देखा तो बहुत आश्चर्य हुआ। उन्होंने देखा कि अधिकांश उन कंपनियों को ऑर्डर मिल रहे हैं, जो पंजाब की हैं। इसलिए उन्होंने भ्रष्टाचार की बात कही है।"
नई दिल्ली सीट से कांग्रेस प्रत्याशी ने आगे कहा, "कंपनियां अच्छी और बुरी होंगी, लेकिन ये दिल्ली में बेची जा रही हैं, जबकि यहां पर उस ब्रांड के उपभोक्ता नहीं हैं। ऐसे में यह स्वाभाविक है कि सरकार चाहती है कि उन कंपनियों का फायदा हो। वे कुछ कंपनियों को फायदा पहुंचा रहे हैं, जिसमें हमें सीधा-सीधा भ्रष्टाचार दिख रहा है। इस मामले में सीबीआई की जांच के लिए मैं उपराज्यपाल के पास भी चिट्ठी लेकर गया था।"
दिल्ली कांग्रेस द्वारा एक ऑडियो जारी करके दावा किया गया है कि नरेला के विधायक और दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के बीच शराब स्कैम को लेकर बात हो रही थी। इस मुद्दे पर कांग्रेस प्रत्याशी ने कहा, "तथाकथित रूप से नरेला के विधायक शरद चौहान हैं। अगर वे मनीष सिसोदिया से कहते हैं कि इस चक्कर में न पड़ो और इस पर सिसोदिया जवाब देते हैं कि फिर हमारे पास पैसा कहां से आएगा? तो बात साफ हो गई। मुझे लगता है कि ईडी और सीबीआई को तुरंत उन्हें गिरफ्तार करना चाहिए। दोनों को आमने-सामने बैठाकर सच्चाई का पता करना चाहिए।"