घटनास्थल पर पहुंचे आम आदमी पार्टी के विधायक संजीव झा ने मीडिया से कहा, "यह वक्त राजनीति करने का नहीं है। यह वक्त लोगों के साथ खड़े होने का है। इंसानियत के लिए हम लोग यहां पर हैं। लेकिन, मैं देख रहा हूं कि यहां पर कुछ लोग घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं। इस जगह को पॉलिटिकल टूरिज्म न बनाए।"
उन्होंने कहा कि यह दुखद घटना है। लोगों को मलबे से निकाला जा रहा है, लेकिन दो लोगों की मृत्यु हो चुकी है। स्थानीय लोगों के साथ आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने रेस्क्यू में सहयोग किया। उन्होंने कहा कि इस घटना के पीछे जो भी दोषी हैं, उन्हें सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए। दिल्ली सरकार की ओर से मृतकों को मुआवजा भी दिया जाएगा।
अपनों की तलाश में पहुंचे कई लोग परेशान दिखे। सोमवार रात से शुरू हुए रेस्क्यू ऑपरेशन में अब तक 12 लोगों को बाहर निकाला गया है। लेकिन, कई लोग अब भी लापता हैं।
अपने छोटे भाई की तलाश में आए मोहम्मद बारिक ने बताया कि जिस ठेकेदार के सरफराज काम करता था, उसने फोन कर इस घटना के बारे में बताया था। उन्होंने कहा, "हम लोग कल रात से अब तक भूखे-प्यासे, परेशान हो रहे हैं। भाई के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पाई है। मेरे भाई के साथ कई लोग और भी थे, जिनके बारे में कोई खबर नहीं लग सकी है।