प्रधानमंत्री ने कहा कि आज दुनिया कह रही है कि 21वीं सदी भारत की सदी है। बाबा केदारनाथ के दर्शन करने के बाद मेरे मुंह से और दिल से अचानक ही निकला था कि यह दशक उत्तराखंड का दशक है। मुझे खुशी हो रही है कि उत्तराखंड तेजी से आगे बढ़ रहा है। उत्तराखंड देश का पहला ऐसा राज्य बना है जिसने यूसीसी लागू की है। मैं कभी-कभी इसे "सेकुलर सिविल कोड" भी कहता हूं। यूसीसी हमारी माताओं-बहनों के गरिमापूर्ण जीवन का आधार बनेगी। साथ ही लोकतंत्र और संविधान की मूल भावना को मजबूती मिलेगी।
पीएम मोदी ने कहा, "आज जब मैं यहां खेल के क्षेत्र में खड़ा हूं, तो मैं इसे भी इसी से जोड़ता हूं। खेल एक तरह से सभी तरह की विभाजन की भावनाओं को खत्म करता है। हर जीत और हर पदक के पीछे सामूहिक प्रयास का मंत्र होता है। स्पोर्ट्स से हमें टीम भावना के साथ खेलने की प्रेरणा मिलती है। यही भावना यूसीसी की है - किसी से कोई भेदभाव नहीं, सब बराबर हैं। मैं धामी सरकार को इस ऐतिहासिक कदम के लिए बधाई देता हूं।"
प्रधानमंत्री ने 38वें राष्ट्रीय खेलों के उद्घाटन के अवसर पर कहा कि राष्ट्रीय खेलों में कई स्वदेशी पारंपरिक खेलों को शामिल किया गया है। इस बार के राष्ट्रीय खेल भी ग्रीन गेम्स हैं। सभी गेंदें और ट्रॉफी ई-कचरे से बनाई गई हैं। जीतने वाले खिलाड़ियों के नाम पर एक पेड़ लगाया जाएगा। मैं सभी खिलाड़ियों को उनके बेहतरीन प्रदर्शन के लिए शुभकामनाएं देता हूं।
उन्होंने उत्तराखंड में इस शानदार आयोजन के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और उनकी पूरी टीम को बधाई दी।