भाजपा प्रदेशाध्यक्ष शर्मा ने गुरुवार को संवाददाताओं से चर्चा करते हुए कहा कि विजयपुर की पहचान कभी सूखे क्षेत्र के रूप में होती थी, रेलवे और सड़क मार्गों का अभाव था। लेकिन आज विजयपुर की पहचान हरे-भरे क्षेत्र एवं विकास की राह पर कदम बढ़ा रहे क्षेत्र के रूप में होती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा शुरू की गई जनकल्याणकारी योजनाएं हर घर तक पहुंच रही हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्योपुर में चीता परियोजना की शुरुआत कर श्योपुर एवं विजयपुर को वैश्विक पहचान दिलाई है। भाजपा सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं के हितग्राही आज विजयपुर के हर घर में हैं।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष शर्मा ने विजयपुर की सिंचाई योजनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि भाजपा की सरकार ने विजयपुर में दो डैम जैसीखेड़ा और लोडी डैम का निर्माण कर यहां सिंचाई की सुविधा उपलब्ध कराई। आज 11 हजार हेक्टेयर में इन बांधों से सिंचाई हो रही है। रेल मार्ग को नैरोगेज से ब्राडगेज में बदलकर ग्वालियर से श्योपुर और श्योपुर से कोटा रेलमार्ग को जोड़ा गया है। 100 बेड के अस्पताल का निर्माण कर आम जन को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए यहां सीएम राइज स्कूल और मॉडल स्कूल का निर्माण कार्य चल रहा है।
कांग्रेस के शासन में विजयपुर सड़क मार्ग से छूटा हुआ था और लोगों को ग्वालियर आने में कई घंटों लग जाते थे। प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की सरकार ने लाड़पुरा से डाबीपुरा, ग्वालियर-शिवपुरी बाईपास का निर्माण कर जनता को सुविधा उपलब्ध कराई है।
श्योपुर की चीता परियोजना की चर्चा करते हुए शर्मा ने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने जन्मदिन पर यहां आए और कूनो में चीता परियोजना शुरू कर श्योपुर को वैश्विक पहचान दिलाई। सरकार ने महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए लाड़ली बहना योजना की शुरुआत की है, जिसे अन्य राज्य भी अपना रहे हैं। इससे पहले शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली भाजपा की सरकार ने सहरिया बहनों के सशक्तिकरण के लिए उन्हें 1000 रुपये हर माह देना शुरू कर दिया था।
कांग्रेस की पूर्ववर्ती कमलनाथ सरकार पर हमला करते हुए शर्मा ने कहा, भाजपा की सरकार सहरिया बहनों को जो 1000 रुपये दे रही थी, उसे 15 महीने वाली कांग्रेस की कमलनाथ सरकार ने बंद करके इन बहनों से उनका हक छीन लिया था। अगर मिस्टर बंटाधार और करप्शन नाथ यहां वोट मांगने आएं, तो उनसे पूछिए कि आपने इन गरीब बहनों से उनका हक क्यों छीन लिया था? उस समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने मध्यप्रदेश को जल जीवन मिशन के लिए 280 करोड रुपये दिए थे, ताकि गरीबों के घरों तक नल से पानी पहुंच सके। लेकिन गरीबों की खुशहाली से चिढ़ने वाली कांग्रेस की सरकार ने उस राशि को वापस कर दिया था।