नई दिल्ली, 15 नवंबर ( आईएएनएस): । भगवान बिरसा मुंडा की 150 वीं जयंती और जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर शुक्रवार को संसद भवन परिसर में पुष्पांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति एवं राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने संसद भवन परिसर में स्थित प्रेरणा स्थल पर भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश सहित कई अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भी भगवान बिरसा मुंडा को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर, विभिन्न राज्यों से आए जनजातीय लोक कलाकारों ने संसद भवन परिसर के प्रेरणा स्थल पर सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी दी।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जहां कार्यक्रम में इन जनजातीय लोक कलाकारों के साथ तस्वीरें खिंचवाती नजर आईंं, तो वहीं उपराष्ट्रपति एवं राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला इनके साथ ढोलक व अन्य वाद्ययंत्र बजाते नजर आए।
संसद भवन परिसर में आयोजित कार्यक्रम की तस्वीरों को साझा करते हुए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने एक्स पर कहा, " धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती वर्ष के प्रारंभ के उपलक्ष्य में आज संसद भवन परिसर में आयोजित कार्यक्रम में सम्मिलित होकर पुष्पांजलि अर्पित की। जननायक बिरसा मुंडा भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन के महान प्रतीक हैं। हमारी समृद्ध संस्कृति और सभ्यता के संवाहक हैं, जनजातीय समाज सहित संपूर्ण राष्ट्र के गौरव हैं। "
बिरला ने कहा, " भगवान बिरसा की स्मृति में आज 'जनजातीय गौरव दिवस' मनाते हुए हम देश की उन्नति और आभा में जनजातीय समुदायों की भूमिका का स्मरण करते हैं। कला-परंपराओं के संरक्षण तथा विरासत और विकास के समन्वय के साथ देश को आगे बढ़ाने में आदिवासी समाज की सदा से ही महत्वपूर्ण भूमिका रही है। निश्चय ही वर्ष 2047 तक विकसित भारत के प्रण को सिद्ध करने में भगवान बिरसा के जीवन आदर्श पथ प्रदर्शक रहेंगे।
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