रिपोर्ट से पता चलता है कि पुरुषों की तुलना में महिलाएं अपने जीवन का एक-चौथाई हिस्सा खराब स्वास्थ्य में बिताती हैं। नौ स्थितियों पर ध्यान देकर महिलाओं के जीवन और स्वास्थ्य को बेहतर बनाया जा सकता है।
मैकिन्से हेल्थ इंस्टीट्यूट (एमएचआई) के सहयोग से प्रकाशित रिपोर्ट में कहा गया है। "नौ स्थितियों को जीवन स्थितियों में बांटा गया है, जो कुल सालों की संख्या से संबंधित है। ये नौ स्थितियां उच्च रक्तचाप संबंधी विकार, प्रसव के बाद रक्तस्राव, इस्केमिक हृदय रोग, गर्भाशय ग्रीवा कैंसर, स्तन कैंसर, एंडोमेट्रियोसिस, रजोनिवृत्ति, माइग्रेन, और प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम हैं।"
रिपोर्ट में कहा गया है कि इन नौ प्रमुख स्वास्थ्य स्थितियों के संबंध में कार्रवाई से प्रत्येक साल प्रति महिला 2.5 स्वस्थ दिनों के बराबर की बढ़ोतरी हो सकती है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि नौ स्थितियों को टारगेट करने से लाखों लोगों के जीवन में बदलाव आने की संभावना है। 2040 तक वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद में सालाना 400 बिलियन डॉलर की वृद्धि हो सकती है।
स्वास्थ्य सेवा केंद्र के प्रमुख और डब्ल्यूईएफ की कार्यकारी समिति के सदस्य श्याम बिशन ने कहा, "सार्थक बदलाव लाने और महिलाओं के लिए कारगर स्वास्थ्य सेवा रणनीति विकसित करने के लिए प्रगति को मापना जरूरी है।"
उन्होंने कहा, "महिलाओं के जीवन में 2.5 अतिरिक्त स्वस्थ दिन जुड़ने के मौके के बावजूद, लिंग-विशेष रिसर्च में कमी के कारण उन्हें अक्सर नजरअंदाज कर दिया जाता है। इस्केमिक हृदय रोग और माइग्रेन के लिए केवल 10 प्रतिशत क्लिनिकल परीक्षणों में ही ऐसे आंकड़े सामने आते हैं।"