यह किसी भी टीम के खिलाफ टी20 में भारत का दूसरा सबसे बड़ा स्कोर है। वहीं, यह भारत की तरफ से टी-20 इंटरनेशनल में सबसे बड़ी पार्टनरशिप भी है।
सीरीज में पहली बार टॉस जीतकर भारत के कप्तान सूर्यकुमार यादव ने बल्लेबाजी चुनी। संजू सैमसन (109 नाबाद) ने अभिषेक शर्मा (36) के साथ पहले विकेट के लिए 5.5 ओवर में 73 रन जोड़े। लुथो सिपाम्ला की गेंद पर विकेटकीपर हेनरिक क्लासेन ने उन्हें कैच किया। इसके बाद दक्षिण अफ्रीका के गेंदबाजों को कोई सफलता नहीं मिली। शर्मा ने 18 गेंदों की अपनी पारी में चार छक्के और दो चौके लगाए।
इसके बाद सैमसन ने तिलक वर्मा (120 नाबाद) के साथ मिलकर सभी दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाजों की जमकर धुनाई की। सैमसन ने 56 गेंद में 109 नाबाद रनों में नौ छक्के और छह चौके लगाए। वर्मा ने 47 गेंदों में 10 को हवाई रास्ते से और नौ को जमीन के सहारे बाउंड्री के बाहर भेजा।
भारत की तरफ से कुल 23 छक्के और 17 चौके लगे। इस प्रकार 206 रन तो सिर्फ बाउंड्री से बने। यह किसी भी टी20 मैच में भारत की तरफ से छक्कों की रिकॉर्ड है। इससे पहले इसी साल 12 अक्टूबर को हैदराबाद में भारत ने 297 रन का स्कोर बनाया था, जिसमें 22 छक्के और 25 चौके लगे थे।
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 283 का स्कोर भारत का सबसे बड़ा और किसी भी टीम के खिलाफ दूसरा सबसे बड़ा स्कोर है।
दक्षिण अफ्रीका ने सैमसन-वर्मा की जोड़ी को तोड़ने के लिए सात गेंदबाजों का इस्तेमाल किया, लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी।
पावरप्ले के छह ओवरों में भारत ने 73/1 का स्कोर बनाया था। भारत के 100 रन 8.3 ओवर में और 200 रन 14.1 ओवर में बने।
चार मैचों की सीरीज में भारत 2-1 से आगे है। दक्षिण अफ्रीका को सीरीज बराबर करने के लिए 284 रन बनाने हैं।