क्लब की ओर से बयान में कहा गया, “मैनचेस्टर सिटी में हर कोई इस दुखद समय में टोनी के परिवार और दोस्तों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करना चाहता है। सम्मान के प्रतीक के रूप में, एतिहाद स्टेडियम और सिटी फुटबॉल अकादमी के चारों ओर झंडे आधे झुके हुए हैं। आने वाले दिनों में क्लब की ओर से और भी श्रद्धांजलि दी जाएगी।''
1967 में कप्तान नियुक्त किए गए टोनी ने सिटी को प्रथम श्रेणी खिताब, एफए कप, लीग कप, यूरोपियन कप विनर्स कप और चैरिटी शील्ड खिताब दिलाया, जो सफलता का स्वर्णिम युग था। इससे ही क्लब के सर्वकालिक महान खिलाड़ियों में से एक के रूप में उनकी स्थिति मजबूत हो गई। हालांकि, टोनी ने 1974 और 1979 के बीच प्रबंधक के रूप में एक बेहद सफल दौर शुरू करके सिटी की लोककथाओं में अपनी अनूठी जगह को और मजबूत किया।
प्रभारी के रूप में उनके कार्यकाल का सबसे महत्वपूर्ण क्षण 1976 में आया, जब टोनी ने सिटी को वेम्बली में लीग कप की महिमा दिलाई, साथ ही स्किप ने 1976/77 के अभियान में सिटी को डिवीजन वन में उपविजेता स्थान पर पहुंचाया। क्लब में उनके व्यापक प्रभाव को अगले दशक में और भी स्पष्ट किया गया, जब उन्होंने युवा कोच के रूप में कार्य करते हुए, 1986 में सिटी को पहली बार एफए यूथ कप जीतने में मदद की।
बाद में उन्हें मानद अध्यक्ष नामित किया गया और साथ ही आधिकारिक समर्थक क्लब के आजीवन अध्यक्ष के रूप में भी कार्य किया और एतिहाद के घरेलू मैचों में मैच के दिन के दिग्गजों के बेहद लोकप्रिय सदस्य बने रहे।