यह उपलब्धि फोनपे को यूट्यूब, इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप जैसे बड़े ऐप्स को पीछे छोड़ते हुए आईओएस ऐप स्टोर पर सबसे ज्यादा रेटिंग वाला भारतीय ऐप बना देती है। इस कामयाबी के पीछे फोनपे का बेहतरीन यूजर इंटरफेस और अनुभव, सबसे तेज और सफल ट्रांजैक्शन दर, और लाखों यूजर्स का इस प्लेटफॉर्म के प्रति भरोसा है।
इस अवसर पर फोनपे के को-फाउंडर और सीटीओ राहुल चारी ने कहा, "हमें खुशी है कि हमने ऐप स्टोर पर यह खास मुकाम हासिल किया। हम इस बात से गर्व महसूस करते हैं कि हमारे 575 मिलियन से ज्यादा यूजर्स को फोनपे की सरलता और विश्वसनीयता पसंद आती है।"
उन्होंने यह भी बताया कि फोनपे आईओएस और एंड्रॉयड दोनों पर एक जैसा अनुभव देने के लिए हमेशा नए फीचर्स और टेक्नोलॉजी को अपनाता है। जैसे आईओएस के लिए स्विफ्टयूआई जैसी नई टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल, ताकि यूजर्स को सबसे बेहतर अनुभव मिले। उन्होंने कहा कि यह मील का पत्थर बड़े पैमाने पर इनोवेशन पर हमारे निरंतर फोकस को भी दर्शाता है।
फोनपे ने अगस्त 2016 में भारत का पहला नॉन-बैंकिंग यूपीआई ऐप लॉन्च किया था। फोनपे अगस्त 2016 में लॉन्च होने वाला पहला गैर-बैंकिंग UPI ऐप था। बहुत कम समय में, कंपनी ने खुद को डिजिटल पेमेंट स्पेस में लीडर के रूप में स्थापित किया है और पेमेंट्स में क्रांति ला दी है, जिससे देश के 99 प्रतिशत पिन कोड वाले इलाकों में लाखों भारतीयों के लिए फाइनेंशियल इंक्लूजन संभव हो पाया है।
हाल ही में कंपनी ने अपनी पहली वार्षिक रिपोर्ट जारी की, जिसमें उनके विजन, स्ट्रैटेजी, गवर्नेंस और फाइनेंशियल परफॉर्मेंस का विवरण दिया गया। यह रिपोर्ट एक अरब से अधिक भारतीयों के लिए नए और इनोवेटिव फाइनेंशियल सॉल्यूशंस देने की उनकी प्रतिबद्धता को भी दर्शाती है।