भारतीय हॉकी टीम ने महिला एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में जगह बना ली है। सेमीफाइनल में जापान के खिलाफ भारतीय प्लेयर्स ने कमाल का प्रदर्शन किया। टीम इंडिया ने अजेय अभियान जारी रखते हुए सेमीफाइनल में जापान को 2-0 से मात दी।
पहले 45 मिनट में न तो भारत और न ही जापान कोई गोल कर पाया। वह संघर्ष करते रहे। भारत को लगातार पेनल्टी कॉर्नर मिले, लेकिन वह उसे गोल में नहीं बदल सके।
भारतीय महिला प्लेयर्स ने ज्यादातर समय गेंद को अपने पास रखा और मैच पर नियंत्रण बनाए रखा। भारत ने मैच की शुरुआत में गोल करने के कई मौके बनाए, लेकिन पहले तीन क्वार्टर में गोल करने में सफलता नहीं मिल पाई थी। हालांकि, मैच के अंतिम मिनटों में टीम ने कमबैक किया और यह मुकाबला अपने नाम किया।
महिला एशियाई हॉकी चैंपियनशिप के सेमीफाइनल में भारतीय टीम की जीत के बाद कप्तान सलीमा टेटे ने अपनी टीम के प्रदर्शन पर खुशी जाहिर की। उन्होंने बताया कि टीम का लक्ष्य केवल जीत था, और इसके लिए सभी खिलाड़ियों ने मिलकर पूरी मेहनत की।
भारतीय कप्तान ने कहा, "हमारा एक ही लक्ष्य था और वह है हर हाल में जीतना। अब चाहे वह एक गोल से हो या उससे ज्यादा, क्योंकि जीत तो जीत होती है। जब शुरुआत में हम गोल करने के लिए संघर्ष कर रहे थे, तो भी हमने हार नहीं मानी। टीम ने एकजुट होकर खेला और अंत में जीत हासिल की।
सेमीफाइनल में विरोधी टीम की मजबूत डिफेंस का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, "उनकी डिफेंस बहुत अच्छी थी। दीपिका ने काफी कोशिश की, लेकिन विरोधी टीम का डिफेंस मजबूत था। खासकर तीसरे क्वार्टर में हमने कड़ी टक्कर का सामना किया।
फाइनल के बारे में पूछे जाने पर सलीमा ने कहा कि टीम अब पूरे आत्मविश्वास के साथ मैदान पर उतरेगी। उन्होंने कहा कि सेमीफाइनल से हमने काफी सीखा है। हम अपनी रणनीति पर काम करेंगे और हर पहलू को मजबूत बनाएंगे। फाइनल में हमारा एक ही लक्ष्य होगा और वह है खेल भावना के साथ जीतना।