सीरीज के पहले सीजन में 10 एपिसोड होंगे और इसमें आदि शंकराचार्य के जीवन के पहले आठ साल दिखाए जाएंगे।
इस सीरीज का निर्माण आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर की 'द आर्ट ऑफ लिविंग' द्वारा किया गया है। ट्रेलर लॉन्च में शामिल होने के दौरान उन्होंने कहा, "समय-समय पर ज्ञान को पुनर्जीवित करने की जरूरत होती है। आदि शंकराचार्य ने ज्ञान को पुनर्जीवित किया। उन्होंने भक्ति, ज्ञान और कर्म को एक साथ लाया। उनका संदेश था, जीवन दुख नहीं, बल्कि आनंद है"।
प्रोजेक्ट के बारे में बात करते हुए, निर्देशक ओंकार नाथ मिश्रा ने कहा, "यह सीरीज महान आदि शंकराचार्य को श्रद्धांजलि है, जिनकी बुद्धि और आध्यात्मिक शक्ति ने देश को आकार ऐसे समय में दिया, जब भारत 300 से अधिक राज्यों में विभाजित था, आदि शंकराचार्य ने पूरे देश में घूमकर इसे सनातन धर्म के बैनर तले एकजुट किया। भारत के सांस्कृतिक और आध्यात्मिक पुनर्जागरण में उनका योगदान अतुलनीय है, और हमारा लक्ष्य उनकी कहानी को इस तरह से जीवित करना है जो आधुनिक दर्शकों को पसंद आए।"
श्री श्री प्रकाशन ट्रस्ट के ट्रस्टी नकुल धवन ने कहा कि आदि शंकराचार्य भारतीय इतिहास में एक महत्वपूर्ण व्यक्ति हैं। हालांकि, उनके जीवन की कहानी के बारे में विस्तार से बहुत कुछ ज्ञात नहीं है।
नकुल ने कहा, "उनका जीवन बहुत छोटा लेकिन घटनाओं से भरा हुआ रहा, जिसमें उन्होंने उस समय पैदल ही देश भर की यात्रा की और देश के सांस्कृतिक ताने-बाने को एकजुट किया। उन्होंने जो परंपराएं और संस्थाएं शुरू की, वे आज भी जीवित हैं और फल-फूल रही हैं और वे भारत के सांस्कृतिक पुनर्जागरण के निर्माता हैं।" यह सीरीज 1 नवंबर से 'आर्ट ऑफ लिविंग' ऐप पर उपलब्ध होगी।