अर्शदीप सिंह ने 20 रन देकर तीन विकेट लिए और दक्षिण अफ्रीका के शीर्ष क्रम को तहस-नहस कर दिया।
इससे पहले सैमसन के 56 गेंदों में नाबाद 109 रन और तिलक वर्मा के महज 47 गेंदों में नाबाद 120 रन के दम पर भारत ने 20 ओवरों में 283/1 रन का विशाल स्कोर बनाया था। तिलक वर्मा लगातार दो टी20 अंतर्राष्ट्रीय मैचों में शतक जमाने वाले दूसरे भारतीय बने।
लक्ष्य का पीछा करने उतरी दक्षिण अफ्रीका की शुरुआत खराब रही। पहले तीन ओवरों में ही 10 रन पर उसके चार विकेट गिर गए थे। अर्शदीप ने अपने पहले दो ओवरों में तीन विकेट लिए। तीसरे ओवर में लगातार गेंदों पर उन्होंने दो विकेट झटके। उन्होंने अपने पहले ओवर की तीसरी गेंद पर रेजा हेंड्रिक्स (0) को क्लीन बोल्ड किया और फिर अपने दूसरे ओवर में एडेन मार्कराम (8) और हेनरिक क्लासेन (0) को वापस भेजा। हालांकि डेविड मिलर ने हैट्रिक होने से बचा लिया।
हार्दिक पंड्या ने रयान रिकेलटन (1) को आउट कर भारत चौथी सफलता दिलाई।
पांचवें विकेट के लिए 86 रन की मजबूत साझेदारी हुई। ट्रिस्टियन स्टब्स ने 29 गेंदों में तीन चौकों और दो छक्कों की मदद से 43 रन बनाए जबकि मिलर ने 27 गेंदों में 36 रन बनाकर मेजबान टीम को कुछ उम्मीद दी।
श्रृंखला में शानदार प्रदर्शन करने वाले वरुण चक्रवर्ती ने मिलर को आउट कर इस साझेदारी को तोड़ा।
चक्रवर्ती ने 42 रन देकर दो विकेट और अक्षर पटेल ने छह रन देकर दो विकेट लिए।
दक्षिण अफ्रीका की पूरी टीम 18.2 ओवर में 148 रन पर आउट हो गई।
सैमसन और तिलक वर्मा ने लगातार दो शतक लगाकर रिकॉर्ड बुक में जगह बनाई। सैमसन टी-20 में तीन शतक लगाने वाले पहले भारतीय बल्लेबाज बने।
इससे पहले कप्तान सूर्य कुमार यादव ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। ओपनर संजू सैमसन और तिलक वर्मा की 210 रनों की अविजित साझेदारी के दम पर भारत ने 283/1 का पहाड़ सा स्कोर खड़ा कर दिया जो वांडरर्स स्टेडियम में अब तक का सबसे बड़ा स्कोर है।
यह किसी भी टीम के खिलाफ टी20 में भारत का दूसरा सबसे बड़ा स्कोर है। वहीं, यह भारत की तरफ से टी-20 इंटरनेशनल में सबसे बड़ी पार्टनरशिप भी है।
सीरीज में पहली बार टॉस जीतकर भारत के कप्तान सूर्यकुमार यादव ने बल्लेबाजी चुनी। संजू सैमसन (109 नाबाद) ने अभिषेक शर्मा (36) के साथ पहले विकेट के लिए 5.5 ओवर में 73 रन जोड़े। लुथो सिपाम्ला की गेंद पर विकेटकीपर हेनरिक क्लासेन ने उन्हें कैच किया। इसके बाद दक्षिण अफ्रीका के गेंदबाजों को कोई सफलता नहीं मिली। शर्मा ने 18 गेंदों की अपनी पारी में चार छक्के और दो चौके लगाए।
इसके बाद सैमसन ने तिलक वर्मा (120 नाबाद) के साथ मिलकर सभी दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाजों की जमकर धुनाई की। सैमसन ने 56 गेंद में 109 नाबाद रनों में नौ छक्के और छह चौके लगाए। वर्मा ने 47 गेंदों में 10 को हवाई रास्ते से और नौ को जमीन के सहारे बाउंड्री के बाहर भेजा।
भारत की तरफ से कुल 23 छक्के और 17 चौके लगे। इस प्रकार 206 रन तो सिर्फ बाउंड्री से बने। यह किसी भी टी20 मैच में भारत की तरफ से छक्कों की रिकॉर्ड है। इससे पहले इसी साल 12 अक्टूबर को हैदराबाद में भारत ने 297 रन का स्कोर बनाया था, जिसमें 22 छक्के और 25 चौके लगे थे।
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 283 का स्कोर भारत का सबसे बड़ा और किसी भी टीम के खिलाफ दूसरा सबसे बड़ा स्कोर है।
दक्षिण अफ्रीका ने सैमसन-वर्मा की जोड़ी को तोड़ने के लिए सात गेंदबाजों का इस्तेमाल किया, लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी।
पावरप्ले के छह ओवरों में भारत ने 73/1 का स्कोर बनाया था। भारत के 100 रन 8.3 ओवर में और 200 रन 14.1 ओवर में बने।