फिल्म एक ऐसे व्यक्ति की इमोशनल कहानी पेश करती है जिसे यह बताया गया है कि उसके पास जीने के लिए सिर्फ 100 दिन हैं। यह फिल्म मृत्यु और आत्मावलोकन जैसे विषयों पर गहराई से प्रकाश डालती है।
अभिषेक ने बताया कि कैसे फिल्म की कहानी ने उन्हें यह सोचने पर मजबूर कर दिया कि इस तरह की बीमारी का पता चलने पर एक व्यक्ति को किस-किस तरह के अनुभव हो सकते हैं।
अभिनेता ने कहा, "जब एक डॉक्टर आपको बताता है कि आपके पास जीने के लिए सिर्फ 100 दिन हैं, तो इसे स्वीकार करने और समझने में कुछ समय लगता है।
"एक बार जब यह बात समझ में आ जाती है, तो असली सवाल यह बन जाता है कि मेरे पास जो समय बचा है, उसका मैं क्या करूं? मैं क्या नहीं करना चाहता? मुझे किस चीज को खत्म करना चाहिए?"
अभिषेक ने इस बात पर प्रकाश डाला कि कैसे ऐसी स्थिति व्यक्ति को अपनी व्यक्तिगत और भावनात्मक प्राथमिकताओं का सामना करने के लिए मजबूर करती है।
"क्या मैं कल उठूंगा? क्या यह मेरी आखिरी रात होगी? मैं अपनी आखिरी रात कैसे जीना चाहता हूं?"
उन्हें किसी के अंतिम दिनों पर विचार करना आकर्षक और बेहद प्रेरणादायक दोनों लगा।
उन्होंने कहा, "यह विचार अच्छा लगता है कि आप किसी ऐसे व्यक्ति के बारे में फिल्म बना रहे हैं जिसके पास जीने के लिए सिर्फ 100 दिन हैं, लेकिन जब आप सच में बैठकर सोचते हैं, तो यह एक अद्भुत मानसिक स्थिति होती है।"
'आई वांट टू टॉक' एक पिता-बेटी के रिश्ते की कहानी है, जो 22 नवंबर को सिनेमाघरों में रिलीज होगी। फिल्म में जॉनी लीवर और अहिल्या बामरू भी अहम भूमिकाओं में हैं।
निर्देशक और अभिनेता की जोड़ी क्विज-आधारित रियलिटी शो 'कौन बनेगा करोड़पति' में दिखाई देगी, जहां अभिषेक मंच पर अपने पिता अमिताभ बच्चन के सामने उपस्थित होंगे और शो में कुछ हंसी-मजाक के पल बिताएंगे।