ईरान पर अमेरिका, फ्रांस, ब्रिटेन और जर्मनी ने नए प्रतिबंध लगाए हैं। ईरान पर रूस को बैलिस्टिक मिसाइल बेचने का आरोप है।
सैय्यद अब्बास अर्घची ने इंटरव्यू के दौरान कहा, "पश्चिमी देशों को पता होना चाहिए और यह आश्चर्यजनक है कि वे अभी भी नहीं जानते हैं कि प्रतिबंध एक विफल उपयोग है और वे प्रतिबंधों के माध्यम से ईरान पर अपने इरादों को नहीं थोप पाएंगे, चाहे परमाणु मुद्दें हो या अन्य देशों के संबंध में हों।"
समाचार एजेंसी शिन्हुआ के मुताबिक, उन्होंने कहा कि ईरान मजबूती के साथ अपनी राह पर आगे बढ़ता रहेगा। हालांकि, हमारा देश हमेशा बातचीत के लिए रास्ता खुला रखेगा। वार्ता का रास्ता कभी नहीं छोड़ा है, लेकिन ऐसी कूटनीतिक प्रक्रिया आपसी सम्मान पर आधारित होनी चाहिए।
ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नासिर कनानी ने शनिवार को कहा कि ईरान द्वारा रूस को बैलिस्टिक मिसाइलों की बिक्री के बारे में कोई भी दावा निराधार है।
ईरान ने पश्चिमी देशों के आरोपों की निंदा की है, जिसमें कहा गया है कि ईरान ने यूक्रेन के खिलाफ इस्तेमाल के लिए रूस को कम दूरी की मिसाइलों की आपूर्ति की है।
विदेश मंत्री अर्घची ने पिछले बुधवार को कहा था कि ईरान ने रूस को बैलिस्टिक मिसाइलों की डिलीवरी नहीं की है। अमेरिका और उसके सहयोगी गलत खुफिया जानकारी पर काम कर रहे हैं।
पिछले मंगलवार को विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नासिर कनानी ने ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों को ईरान के लोगों के लिए आर्थिक आतंकवाद बताया है। उन्होंने चेतावनी दी है कि तीनों यूरोपीय देशों को उचित कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।