जापानी विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को घोषणा की, "प्रधानमंत्री इशिबा लीमा, पेरू में आयोजित होने वाले एपेक की बैठक में भाग लेंगे, जहां वे मुक्त और खुले व्यापार और निवेश को बढ़ावा देने के साथ-साथ हाल के वर्षों में एपेक में गहन चर्चा का विषय रहे वैश्विक मुद्दों पर प्रतिक्रिया देने, महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण और क्षमता निर्माण सहित समावेशी विकास पर जापान की स्थिति से अवगत कराएंगे और एशिया-प्रशांत क्षेत्र के आर्थिक विकास के लिए जापान की अटूट प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करेंगे।"
दो दिवसीय एपेक बैठक (15-16 नवंबर) समाप्त होने के बाद, इशिबा अंतरराष्ट्रीय क्षेत्र में सहयोग को और मजबूत करने के लिए पेरू के राष्ट्रपति दीना बोलुआर्टे के साथ द्विपक्षीय चर्चा करेंगे।
इसके बाद इशिबा 18 नवंबर को रियो डी जेनेरियो में जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे।
जापानी विदेश मंत्रालय द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि "वह उभरते और विकासशील देशों के सामने आने वाली चुनौतियों जैसे गरीबी, भूख, स्वास्थ्य, जलवायु परिवर्तन, आपदाओं और संघर्षों का समाधान करने के लिए मिलकर काम करने के जापान के इरादे पर जोर देंगे और वैश्विक शासन के निर्माण की दिशा में चर्चा का नेतृत्व करेंगे, इसमें सभी देश जिम्मेदारियां शेयर करेंगे।"
देश के प्रधानमंत्री के रूप में फिर से चुने जाने के बाद इशिबा की यह पहली अंतरराष्ट्रीय यात्रा होगी।
विपक्षी संवैधानिक डेमोक्रेटिक पार्टी के योशीहिको नोडा के खिलाफ रन ऑफ जीतने के बाद, 67 वर्षीय लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी (एलडीपी) के नेता ने स्वीकार किया कि उन्हें अपने दूसरे कार्यकाल के दौरान महत्वपूर्ण कार्यों का सामना करना पड़ेगा।
इशिबा ने सोमवार को कहा, "मुझे जापान का 103वां प्रधानमंत्री नियुक्त किया गया है। इस कठिन घरेलू और अंतरराष्ट्रीय माहौल में, मैं देश और उसके लोगों की सेवा करने की पूरी कोशिश करूंगा।"